- उज्जैन में साध्वी ऋतुम्भरा का आगमन, बाबा महाकाल के दर्शन कर लिया आशीर्वाद; कहा 'भोले बाबा बहुत प्यारे हैं'
- उज्जैन में निकली 'शक्ति संगम' शौर्य यात्रा: 25,000 बहनों ने दिखाया शौर्य, हाथ में तलवार और घोड़े पर सवार होकर यात्रा में शामिल हुई महिलाएं; साध्वी ऋतंभरा का होगा संबोधन
- भस्म आरती: रजत मुकुट और फूलों की माला में सजे बाबा महाकाल, भस्म चढ़ाने के बाद साकार रूप में दिए दर्शन!
- एडीएम अनुकूल जैन बने महाकाल मंदिर प्रशासक, पहले भी संभाल चुके हैं जिम्मेदारी; शासन का आदेश आने तक देखेंगे कार्य ...
- भस्म आरती: महाकालेश्वर मंदिर में जयकारों के बीच हुई बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती, राजा स्वरूप में किया गया भगवान का दिव्य श्रृंगार!
दिवाली की रात उज्जैन शहर में पैदल घूमने निकले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नागरिकों को दी दीपावली की शुभकामनाएं; लोगों को खूब भाया CM का ये अंदाज
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिवाली की रात उज्जैन के लोगों के साथ मनाई। दरअसल, वे अपने गृह जिले उज्जैन में थे और इस मौके पर उनका एक अलग ही अंदाज देखने को मिला। दिवाली के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पहले अपने निवास पर पूजा की। फिर वे उज्जैन के शहीद पार्क, फ्रीगंज, टावर चौक और अन्य स्थानों पर पैदल घूमने निकले। इस दौरान उन्होंने नागरिकों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और मिठाई भी बांटी।
पैदल चलते हुए, उन्होंने दिव्यांग दंपत्ति को स्वरोजगार के लिए कार्तिक मेले में दुकान देने का निर्देश दिया। दरअसल, उज्जैन के फ्रीगंज में चलते हुए मुख्यमंत्री को देखकर दिव्यांग दंपत्ति ने उनसे कार्तिक मेला क्षेत्र में स्वरोजगार के लिए दुकान की मांग की। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत कलेक्टर नीरज कुमार सिंह को बुलाकर दंपत्ति की मांग को पूरा करने के लिए कहा।
इसके अलावा सीएम ने गन्ने की चरखी चलाकर रस निकालकर लोगों को पिलाया और खुद बाइक चलाकर सवारी की। उन्होंने उज्जैन में दीया बेचने वाली महिलाओं से भी बातचीत की और उनकी बातें ध्यान से सुनीं। बता दें, सीएम मोहन यादव का यह अंदाज लोगों को बहुत पसंद आया।