बड़नगर में भक्तों की भक्ति ने रचा इतिहास: फूल नहीं 1 करोड़ 21 लाख के नोटों से हुआ महादेव का श्रृंगार, पिछले साल 51 लाख रुपए के नोटों से सजा था शिव मंदिर

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन से करीब 52 किलोमीटर दूर स्थित बड़नगर का प्रसिद्ध श्री बुद्धेश्वर महादेव मंदिर इस बार महाशिवरात्रि मेले के दौरान भव्यता और आस्था का एक अद्भुत संगम बन गया। जहां हर साल महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव का मंदिर फूलों और रोशनी से सजाया जाता था, वहीं बीते कुछ वर्षों से नोटों से श्रृंगार करने की परंपरा ने एक नई पहचान बना ली है। इस बार भक्तों की श्रद्धा और समर्पण ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए, जब मंदिर को 1 करोड़ 21 लाख रुपए के नोटों से सजाया गया

दरअसल, श्री बुद्धेश्वर महादेव मंदिर में हर साल महाशिवरात्रि के बाद भव्य मेला आयोजित किया जाता है। इस वर्ष यह मेला 28 फरवरी से 10 मार्च तक चलने वाला है। विशेष श्रृंगार 3 मार्च से 5 मार्च तक किया गया, जब मंदिर को करोड़ों रुपए के नोटों से सजाया गया। यह आयोजन देखने के लिए दूर-दूर से हजारों श्रद्धालु पहुंचे। भगवान बुद्धेश्वर महादेव को इस बार 500, 200, 100 और 50 रुपए के नोटों की मालाओं, मुकुटों और लड़ियों से सजाया गया। पूरा मंदिर नोटों से झिलमिल करता नजर आया। भगवान शिव के सिंहासन से लेकर छत्र, द्वार और मंदिर की दीवारें तक नोटों से अलंकृत कर दी गईं। इसी के साथ बड़नगर का यह नोटों वाला मंदिर अब सिर्फ एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि भक्तों की आस्था की एक मिसाल बन चुका है

कैसे हुई नोटों से श्रृंगार की परंपरा की शुरुआत?

श्री बुद्धेश्वर महादेव मंदिर में चार साल पहले मित्र मंडली समिति के सदस्यों ने निर्णय लिया कि फूल तो मुरझा जाते हैं, लेकिन नोटों से श्रृंगार करने से मंदिर की भव्यता और अधिक बढ़ जाएगी। इस सोच के साथ 2021 में 7 लाख, 2022 में 11 लाख, 2023 में 21 लाख और 2024 में 51 लाख रुपए के नोटों से भगवान शिव का श्रृंगार किया गया। लेकिन 2025 में भक्तों का उत्साह इस कदर बढ़ा कि दान की राशि 1 करोड़ 21 लाख तक पहुंच गई।

मंदिर के पुजारी महेश पुजारी बताते हैं कि श्रद्धालुओं की भक्ति और समर्पण से हर साल यह परंपरा और भव्य होती जा रही है। इस वर्ष 22 से अधिक श्रद्धालुओं ने ही करोड़ों रुपए के नोट श्रृंगार के लिए दान कर दिए, जिससे यह ऐतिहासिक भव्यता देखने को मिली।

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