- HMPV से घबराने की कोई जरूरत नहीं! Ujjain मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी का बड़ा बयान, बोले- अफवाहों से बचें...
- उज्जैन में हुआ ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन, 25 घंटे से ज्यादा चला हास्य कवि सम्मेलन; Golden Book of Records में दर्ज हुआ नया विश्व रिकॉर्ड!
- भस्म आरती: दिव्य रजत मुकुट और चंदन अर्पित करके किया गया बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
- महाकाल मंदिर के विस्तार के लिए बड़ा कदम, हटाए गए 257 मकान; महाकाल लोक के लिए सवा दो हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग, चन्दन, रजत चंद्र और आभूषणों से किया गया बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
सावन का चौथा सोमवार : शाम 4 बजे शाही ठाठ-बाट के साथ निकलेगी बाबा महाकाल की सवारी, नंदी पर “श्री उमा-महेश” के स्वरूप में देंगे दर्शन …
उज्जैन लाइव , मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया :
उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में सावन का चौथे सोमवार पर देर रात 1 बजे से ही भक्तों की भीड़ जुटना शुरू हो गई है . रात 2.30 बजे भस्म आरती के लिए मंदिर के पट खोले गए थे. जिसमे करीब 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया. वही आज दिनभर में 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
बता दे की आज बाबा महाकाल की चौथी सवारी शाम 4 बजे शाही ठाठ-बाट के साथ महाकालेश्वर मंदिर से निकाली जाएगी. पालकी में भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर के स्वरूप में और बैलगाड़ी में नंदी पर श्री उमा-महेश के स्वरूप में विराजमान होकर दर्शन देंगे. साथ ही हाथी पर श्री मनमहेश और गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव की प्रतिमा होगी. बाबा महाकाल की सवारी में जनजातीय कलाकार नृत्य कर शोभा बढ़ाएंगे. वहीं सशस्त्र बल की टुकड़ी और भजन मंडली भी साथ चलेगी.
सवारी से पूर्व भगवान का श्री चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में पूजन-अर्चन किया जाएगा. जिसके बाद बाबा महाकाल प्रजा के हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे. बता दे की बाबा महाकाल की सवारी उज्जैन के अनेक मार्गों से होते हुए रामघाट पहुंचेगी. जहां क्षिप्रा के जल से बाबा महाकाल का अभिषेक और पूजन -अर्चन की जाएगा. जिसके बाद सवारी निर्धारति मार्गों से होते हुए पुनः श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।