पहलगाम हमले के बाद उज्जैन में हाई अलर्ट: उज्जैन रेलवे स्टेशन पर BDS की छानबीन, जम्मू जाने वाली ट्रेनें जांच के घेरे में; हर संदिग्ध पर प्रशासन की कड़ी नजर

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष श्रद्धालुओं की निर्मम हत्या के बाद जहां एक ओर केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े फैसले लिए हैं, वहीं दूसरी ओर देशभर के शहरों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसी कड़ी में उज्जैन पुलिस भी पूरी तरह सतर्क हो गई है। धार्मिक नगरी उज्जैन में इन दिनों पंचक्रोशी यात्रा चल रही है, जिसमें मध्यप्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। ऐसे में किसी भी संभावित खतरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियां एक्शन मोड में हैं।
गुरुवार को उज्जैन रेलवे स्टेशन पर बम डिस्पोजल स्क्वॉड (BDS) ने विशेष सर्च ऑपरेशन चलाया। यह तलाशी जम्मू जाने वाली ट्रेनों में की गई, जिनमें पहलगाम की तरह ही कई श्रद्धालु सफर कर रहे थे। बीडीएस टीम प्रभारी रमेश खाड़े ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की घटना के बाद उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा के निर्देश पर यह ऑपरेशन चलाया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान ट्रेन के सभी कोच, यात्रियों का सामान और संदिग्ध दिखने वाले व्यक्तियों की सघन जांच की गई। हालांकि इस दौरान कोई आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई, लेकिन सतर्कता बनाए रखने के लिए यह जांच अभियान जारी रहेगा।
सिर्फ रेलवे स्टेशन ही नहीं, बल्कि उज्जैन शहर के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों, भीड़भाड़ वाले बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। यह सतर्कता विशेष रूप से इसलिए भी जरूरी है क्योंकि उज्जैन धार्मिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र है और यहां देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
वहीं दूसरी ओर, उज्जैन के पास घट्टिया में सकल हिंदू समाज ने पाकिस्तान के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। शुक्रवार को कार्यकर्ताओं ने मनकामेश्वर मंदिर से तहसील चौराहे तक रैली निकाली और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। वहां उन्होंने पाकिस्तान के पुतले को लात मारकर दहन किया और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की गई।
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान आचार्य रामस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि यह हमला कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि सुनियोजित इस्लामिक आतंकवाद का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने श्रद्धालुओं से नाम और धर्म पूछकर उनकी हत्या की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि पाकिस्तान और उसके भेजे गए आतंकवादियों का अब पूरी तरह सफाया होना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने आगामी अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर स्थायी सुरक्षा बलों की तैनाती और देशभर में हिंदुओं पर हो रहे सुनियोजित हमलों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग भी की।