उज्जैन में हुआ ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन, 25 घंटे से ज्यादा चला हास्य कवि सम्मेलन; Golden Book of Records में दर्ज हुआ नया विश्व रिकॉर्ड!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन में आयोजित हुआ अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन इस बार अपने रजत जयंती पर एक अनोखा कीर्तिमान स्थापित करने में सफल रहा। इस हास्य कवि सम्मेलन ने 25 घंटे से भी अधिक समय तक लगातार अपने श्रोताओं को हंसी में डुबोए रखा। क्या आप सोच सकते हैं कि एक हास्य कवि सम्मेलन बिना रुके 25 घंटे से ज्यादा चले? हां, यही हुआ!

यह अनोखा आयोजन कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी मंच पर हुआ, और इसमें 300 से ज्यादा देश-विदेश से आए हास्य कवियों और लेखकों ने अपनी हंसी से सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। यह 8 दिवसीय महोत्सव न केवल अपने रिकॉर्ड टाइम के लिए चर्चा में है, बल्कि इसके दौरान कई मशहूर हस्तियों ने भी अपने योगदान से इस महोत्सव को यादगार बना दिया।

तुषार कपूर जैसे बॉलीवुड अभिनेता भी इस महाकवि सम्मेलन के आकर्षण रहे। उनकी हंसी के फव्वारे से पूरा माहौल और भी जीवंत हो गया। प्रसिद्ध हास्य कवि डॉ. अशोक चक्रधर और शायर अंजुम रहबर ने भी अपनी मजेदार रचनाओं से श्रोताओं को गुदगुदाया। लाफ्टर चैलेंज के फाइनलिस्ट जैसे प्रताप फौजदार, हिमांशु बवंडर और मुत्रा बैटरी ने भी अपनी हास्य प्रस्तुति से श्रोताओं को हंसी रोकने का कोई मौका नहीं छोड़ा।

इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया। कार्यक्रम के आयोजक महेंद्र यादव को गोल्डन बुक की ऑब्जर्वर कमेटी द्वारा विश्व रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस शानदार उपलब्धि के साथ, इस सम्मेलन ने न केवल हास्य प्रेमियों को एक अद्भुत अनुभव दिया, बल्कि दुनिया को यह भी दिखाया कि भारत में हास्य कला कितनी समृद्ध है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से भाग लिया और इस भव्य आयोजन की सराहना की। उन्होंने इस सम्मेलन को प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक और साहित्यिक क्षेत्र में एक बड़ा योगदान बताया।

समारोह के दौरान हास्य और साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए कई साहित्यकारों और कलाकारों को प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया। यह आयोजन न केवल एक रिकॉर्ड था, बल्कि कला और साहित्य के प्रति सम्मान और प्रेम का भी प्रतीक बन गया।

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