- बाबा महाकाल की शरण में पहुंची प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की धर्मपत्नी जशोदा बेन, भोग आरती के बाद गर्भगृह की देहरी से पूजा-अर्चना की।
- भस्म आरती: रौद्र रूप में सजे बाबा महाकाल, धारण किया शेषनाग का रजत मुकुट, रजत मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगन्धित फूलों की माला
- बाबा महाकाल की शरण में पहुंचे प्रतिभाशाली गेंदबाज आकाश मधवाल, गर्भगृह की देहरी से की बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना
- भस्म आरती: मस्तक पर त्रिपुण्ड, भांग, चन्दन और चंद्र से राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण की गुलाब के सुगंधित पुष्पों से बनी माला
- भस्म आरती में शामिल होकर क्रिकेट जगत के सितारों ने लिया बाबा महाकाल का आशीर्वाद, करीब दो घंटे तक नंदी हॉल में बैठकर की भगवान की आराधना
कार्तिक – अगहन माह की दूसरी सवारी आज, मनमहेश स्वरूप में भगवान महाकाल प्रजा को देंगे दर्शन
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
कार्तिक और अगहन महीने में बाबा महाकाल की दूसरी सवारी आज, 11 नवंबर, सोमवार को शाम 4 बजे राजसी ठाट-बाट के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर से निकलेगी। बाबा महाकाल आज मनमहेश स्वरूप में पालकी में सवार होकर प्रजा का हाल जानने के लिए निकलेंगे।
आपको बता दें, शाम 4 बजे सवारी निकलने से पूर्व सभामंडप में भगवान का पूजन होगा। इसके बाद श्री महाकालेश्वर मंदिर से सवारी प्रारंभ होगी, जो गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए रामघाट शिप्रा तट पहुंचेगी। यहाँ शिप्रा के जल से भगवान का पूजन-अर्चन होगा। इसके बाद सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार, महाकाल घाटी होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।
वहीं, 14 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी के खास मौके पर बाबा महाकाल की रात में एक विशेष सवारी निकलेगी। इस मौके पर बाबा महाकाल गोपाल मंदिर जाकर श्री हरि से मिलेंगे और वहाँ हरि-हर मिलन होगा।