- सिंहस्थ 2028 को लेकर बड़ी बैठक — संभागायुक्त आशीष सिंह बोले: “गुणवत्ता और सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा”; शिप्रा और कान्ह नदी पर ₹778 करोड़ से बनेंगे आधुनिक घाट, श्रद्धालुओं को मिलेगी नई सुविधाएं!
- मावठे के बाद ठंडी हवाओं ने बढ़ाई सर्दी — उज्जैन में वूलन मार्केट में लौटी रौनक, सुबह-शाम बढ़ी रफ्तार!
- महाकाल के दरबार में शुक्रवार तड़के दिव्य भस्म आरती — पंचामृत से हुआ अभिषेक, रजत चंद्र और मुण्डमाला से सजा भगवान का स्वरूप
- श्री महाकालेश्वर मंदिर में अलौकिक गणेश रूप में सजे बाबा महाकाल — पंचामृत अभिषेक, कपूर आरती और रजत श्रृंगार ने मोहा भक्तों का मन
- भस्मारती के बीच गूंजा “जय श्री महाकाल” — राजा स्वरूप में हुए भगवान महाकाल के दिव्य दर्शन, चांदी के पट खुलते ही उमड़ी भक्तों की भीड़
शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी पर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने नगर पूजा, माता को मदिरा की धार चढ़ा कर किया आरती पूजन
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन में शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी पर 11 अक्टूबर, शुक्रवार सुबह पारंपरिक रूप से शासकीय नगर पूजा की गई। इस दौरान कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने चौबीस खम्बा माता मंदिर में महामाया और महालया माता को मदिरा की धार चढ़ा कर आरती पूजन किया। बता दें, शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी पर प्रतिवर्ष नगर पूजा कलेक्टर ही करते हैं।
बता दें, चौबीस खंबा मंदिर में माता महामाया और महालया की पूजा के बाद शासकीय दल नगर पूजा के लिए निकलता है। इसी क्रम में पूजा करने के बाद कलेक्टर की अगुवाई में एक दर्जन से अधिक पटवारी, कोटवार सहित कई अधिकारी-कर्मचारी और श्रद्धालु 27 किमी की नगर पूजा यात्रा पर निकले। यात्रा में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह कुछ देर हांडी लेकर यात्रा के आगे-आगे चले। वहीं, शासकीय दल ने ढोल-बैंड बजाते हुए 27 किलोमीटर के दायरे में आने वाले 40 मंदिरों में पूजा की।
बता दें, हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है। इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 3 अक्टूबर से हुई थी। नवरात्रि के दो दिन बहुत ही खास माने जाते हैं: अष्टमी और नवमी। पंचांग के अनुसार, 11 अक्टूबर यानी आज महाअष्टमी का पूजन किया जा रहा है, साथ ही महानवमी का कन्या पूजन भी आज ही किया जाएगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल अष्टमी तिथि का आरंभ 10 अक्टूबर यानी कल दोपहर 12 बजकर 31 मिनट पर शुरू हो चुका है और इसका समापन 11 अक्टूबर यानी आज दोपहर 12 बजकर 6 मिनट पर होगा। इसके बाद अष्टमी तिथि समाप्त हो जाएगी। अष्टमी तिथि के बाद नवमी तिथि की शुरुआत हो जाएगी। नवमी तिथि आज दोपहर 12 बजकर 6 मिनट से शुरू हो जाएगी और तिथि का समापन 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर होगा। ऐसे में महाअष्टमी और महानवमी दोनों आज ही मनाई जा रही हैं।