इंदौर में रीजनल ग्रोथ कान्क्लेव 16 मई को, उज्जैन-इंदौर-देवास के रियल एस्टेट को मिलेगी नई उड़ान; मुख्यमंत्री करेंगे निवेशकों से सीधी बात!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

इंदौर के ब्रीलियंट कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार 16 मई को रीजनल ग्रोथ कान्क्लेव का भव्य आयोजन किया जाएगा, जिसका उद्देश्य है शहरों में रियल एस्टेट सेक्टर को नई दिशा देना और एक आदर्श इकोसिस्टम तैयार करना। इस अहम आयोजन में इंदौर, उज्जैन और देवास जिलों के रियल एस्टेट डेवलपर्स, बिल्डर्स, कालोनाइज़र्स और इन्वेस्टर्स को आमंत्रित किया गया है। साथ ही, देशभर में रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए सक्रिय संस्था क्रेडाई (CREDAI) के सदस्य भी इस कान्क्लेव में विशेष रूप से भाग लेंगे।

कान्क्लेव की तैयारियों को लेकर उज्जैन के कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने बुधवार को प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें शहर के प्रमुख बिल्डर्स, कालोनाइज़र्स और रियल एस्टेट डेवलपर्स को आमंत्रित किया गया। इस बैठक में उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) के सीईओ संदीप सोनी ने विस्तार से जानकारी दी कि इस कान्क्लेव में रियल एस्टेट क्षेत्र को मजबूती देने के लिए रणनीतियाँ बनाई जाएंगी। विशेषकर होटल्स, मेरिज गार्डन और अन्य व्यवसायिक संरचनाओं के लिए निवेश के अवसरों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा मास्टर प्लान के अंतर्गत बनाए गए कमर्शियल और रिहायशी ज़ोन की योजनाओं से भी निवेशकों को अवगत कराया जाएगा।

सोनी ने बताया कि उज्जैन में देवास रोड और इंदौर रोड पर यूडीए द्वारा क्षिप्रा विहार और त्रिवेणी विहार जैसी कॉलोनियों के साथ लगभग 14 से 15 लाख वर्गफीट जमीन को डेवेलप किया गया है। यह जमीन विशेष रूप से आगामी सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है, ताकि कमर्शियल ज़ोन में निवेशकों को उचित दरों पर स्थान उपलब्ध कराया जा सके। इसके साथ ही सड़कों की कनेक्टिविटी, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और हाउसिंग बोर्ड की परियोजनाएं भी शहर को एक नए विकास की ओर ले जा रही हैं।

बैठक में कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने साफ कहा कि महाकाल लोक’ बनने के बाद उज्जैन में विकास की रफ्तार में अभूतपूर्व तेजी आई है। रियल एस्टेट का यह सबसे सुनहरा समय है और सभी डेवलपर्स, बिल्डर्स और निवेशकों को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंदौर में आयोजित हो रहे रीजनल ग्रोथ कान्क्लेव में उज्जैन के सभी रियल एस्टेट हितधारकों को अधिकतम संख्या में भाग लेना चाहिए और उज्जैन के भविष्य निर्माण में शासन को ठोस सुझाव देने चाहिए।

सबसे खास बात यह है कि इस कान्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं मौजूद रहेंगे और निवेशकों से ‘वन टू वन’ चर्चा करेंगे, जो कि प्रदेश के रियल एस्टेट क्षेत्र को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की संभावनाओं को मजबूत करती है।

कलेक्टर ने यह भी बताया कि उज्जैन में सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए निरंतर विकास कार्य चल रहे हैं। लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को सर्वोत्तम सुविधाएं मिल सकें, इसके लिए विस्तृत कार्य योजनाएं तैयार की जा रही हैं। सरकार की मंशा साफ है — उज्जैन को रियल एस्टेट और पर्यटन की दृष्टि से मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा हब बनाना।

इस बैठक में नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक सहित शहर के प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर्स, बिल्डर्स, कालोनाइज़र्स और निवेशक मौजूद थे। आने वाला समय उज्जैन, इंदौर और देवास जैसे शहरों के रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए एक नए युग की शुरुआत कर सकता है – और इसकी पहली सीढ़ी होगी 16 मई को आयोजित इंदौर का रीजनल ग्रोथ कान्क्लेव।

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