बाढ़ आपदा से निपटने के लिए SDRF की तैयारी तेज, उज्जैन में 50 जवानों ने लिया रेस्क्यू टेक्निक्स का प्रशिक्षण; तैराकी, वोट हैंडलिंग और आपदा प्रबंधन पर फोकस!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन जिले में आगामी मानसून को दृष्टिगत रखते हुए बाढ़ बचाव और आपदा प्रबंधन को लेकर होमगार्ड एवं एसडीआरएफ विभाग ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में 29 मई 2025 को लालपुर स्थित क्षिप्रा नदी में जवानों को तैराकी, वोट (नाव) हैंडलिंग और रेस्क्यू तकनीक का प्रशिक्षण दिया गया। यह दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसमें पहले दिन 50 होमगार्ड और एसडीआरएफ जवानों ने भाग लिया।

प्रशिक्षण सत्र के दौरान जवानों को बाढ़ जैसी आपदाओं में तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए आवश्यक स्किल्स सिखाए गए, जैसे कि तेज बहाव में सुरक्षित तैराकी, नाव संचालन, डूबते व्यक्ति को बचाने की तकनीक, और रेस्क्यू गियर का सही इस्तेमाल। यह ट्रेनिंग न केवल आपातकालीन परिस्थितियों में जीवन बचाने में सहायक होगी, बल्कि विभाग की संपूर्ण आपदा प्रतिक्रिया क्षमता को भी सशक्त बनाएगी।

इस अवसर पर जिला कमांडेंट होमगार्ड संतोष जाट ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विभाग के जवानों की कौशल क्षमता को उन्नत करना है, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में वे प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि प्रशिक्षण के अंतर्गत कुल 290 कुशल तैराक, 95 वोट हैंडलर और 20 डीप डायवर्स तैयार किए जाएंगे।

यह विशेष प्रशिक्षण तीन चरणों में संचालित किया जाएगा। प्रशिक्षण के पश्चात चयनित जवानों को जिले में स्थित डिस्ट्रिक्ट रेस्क्यू सेंटर (DRC) एवं क्विक रिस्पांस टीम (QRT) में तैनात किया जाएगा, जहां वे आपदा के समय अग्रिम पंक्ति में रहकर राहत एवं बचाव कार्य में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्लाटून कमांडर दिलीप बामनिया, प्लाटून कमांडर पुष्पेंद्र त्यागी, सहायक उप निरीक्षक भेरूलाल सारेल, एवं एसडीआरएफ उज्जैन टीम के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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