उज्जैन लव जिहाद मामले में मुख्य आरोपी फरमान का हुआ Short Encounter, पैर में लगी गोली: मामले में 7 आरोपियों का संगठित गैंग गिरफ्तार, पुलिस बारीकी से कर रही जांच!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले से एक और दिल दहला देने वाला लव जिहाद का मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर स्थित बिछड़ोद गांव में हिंदू नाबालिग और युवतियों को पहले प्रेमजाल में फंसाया गया, फिर उनका शारीरिक शोषण कर अश्लील फोटो और वीडियो बनाए गए। इन वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर लगातार दुष्कर्म किया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि यह किसी एक या दो लड़कों का मामला नहीं, बल्कि 7 लोगों का एक संगठित गैंग था, जो करीब डेढ़ साल से मासूम लड़कियों को निशाना बना रहा था।

मामला तब खुलकर सामने आया जब गांव में एक लड़की का अश्लील वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने फरमान मंसूरी (19) नाम के युवक और उसके एक साथी को धर दबोचा। ग्रामीणों ने जब आरोपियों के मोबाइल खंगाले तो कई लड़कियों की अश्लील तस्वीरें, वीडियो और आपसी चैट्स सामने आईं। यह देखकर गांव में आक्रोश फैल गया और ग्रामीणों ने आरोपियों के घरों पर पथराव करते हुए तोड़फोड़ की। एक आरोपी के घर में आग भी लगा दी गई।

मुख्य आरोपी फरमान मंसूरी उज्जैन RTO में एजेंट का काम करता है और सोशल मीडिया पर महंगी गाड़ियों और ऐशो-आराम भरी जिंदगी के वीडियो डालकर लड़कियों को लुभाता था। पुलिस ने बताया कि फरमान लड़कियों से सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती करता था और फिर उन्हें अकेले में बुलाकर फंसाता था। 14 वर्षीय नाबालिग पीड़िता ने पुलिस को बताया कि 30 मार्च को ईद के दिन फरमान ने उसे जबरन गले लगाकर तस्वीरें लीं और फिर एक कमरे में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके दोस्त जुबैर ने वीडियो बनाए और धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो फोटो और वीडियो वायरल कर देंगे।

पुलिस के अनुसार, फरमान को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा, लेकिन रात में उसने सीने में दर्द का बहाना बनाया और इलाज के नाम पर पुलिस के साथ उज्जैन आते समय भागने की कोशिश की। फरमान ने पुलिसकर्मी से राइफल छीन ली और फायरिंग करने लगा, जिसके जवाब में हुए शॉर्ट एनकाउंटर में उसके पैर में गोली लगी। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अब तक 4 पीड़ित लड़कियों की पहचान हो चुकी है, जिनमें 2 नाबालिग हैं। पुलिस को आरोपियों के मोबाइल में कई और लड़कियों की वीडियो-फोटो मिली हैं, जिससे आशंका है कि पीड़ितों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है। जांच में सामने आया कि ये आरोपी अश्लील सामग्री आपस में शेयर करते थे और एक संगठित गैंग बनाकर गांव की लड़कियों को टारगेट कर रहे थे। इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ये लड़कों ने फर्जी पहचान बनाकर संपर्क साधा और कई लड़कियों को जाल में फंसाया।

उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि इस मामले में दो लड़कियों ने FIR दर्ज कराई है, और पुलिस साइबर फॉरेंसिक टीम के सहयोग से सभी आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट, मोबाइल डेटा और नेटवर्क की गहन जांच कर रही है। सातों आरोपियों के मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं और अन्य संभावित पीड़ितों से संपर्क किया जा रहा है।

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