आंधी का असर:48 घंटे में बहाल हो पाई शहर की बिजली सप्लाई, 20 साल में पहली बार इतने पेड़

शहर की बिजली सप्लाई 48 घंटे बाद बहाल हो पाई है। अब केवल ट्रिपिंग की समस्या आ रही है, जिसमें कुछ समय के लिए बिजली बंद होकर चालू हो रही है। बिजली कंपनी के इतिहास में 20 साल पहले और सिंहस्थ-2016 में ऐसे हालात बने थे, उसके बाद 28 मई को आंधी के साथ में हुई तेज बारिश से 300 से ज्यादा पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए।

पेड़ों की डालियों को लाइन से हटाने, फीडर के फाल्ट का मेंटेनेंस करने और टूटे पोल के स्थान पर नए पोल लगाए जाने तथा उन पर लाइन डाले जाने की वजह से बिजली सप्लाई काे सुचारू करने में 48 घंटे लग गए। सबसे तेज सुधार कार्य खेड़ापति जोन व महानंदा नगर जोन में हुआ, जहां साढ़े छह घंटे में बिजली चालू कर दी गई थी। महाश्वेतानगर जोन के अंतर्गत आने वाली कॉलोनियों में दो दिन बाद सप्लाई शुरू हो पाई।

बिजली कंपनी की उच्चदाब मेंटेनेंस टीम और जोन कार्यालय के स्टॉफ को लगातार 16-16 घंटे कार्य करना पड़ा, तब जाकर सप्लाई सुचारू हो पाई। अब 33 केवी की सप्लाई में समस्या नहीं आ रही है लेकिन 11 केवी की सप्लाई बाधित हो रही है। मक्सी रोड उद्योगपुरी में नए पोल लगाए गए हैं और लाइन भी डाली गई है।

बारिश में अब ऐसी स्थिति नहीं बने और लोगों की समस्याओं को सुना जा सके, इसके लिए जोन कार्यालयों पर कस्टमर केयर सेंटर शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा उपभोक्ता जोन के एई व जेई को भी उनके मोबाइल पर शिकायत कर सकते हैं।

16 से 40 घंटे तक काम

पूर्व शहर संभाग के उच्चदाब मेंटेनेंस प्रभारी रविकांत मालवीय ने बताया बिजली कंपनी के 20 साल के इतिहास में पहली बार इतने पेड़ और पाेल गिरे हैं। टीम ने 16 से 40 घंटे तक लगातार कार्य किया, तब बिजली व्यवस्था बहाल हो पाई, अब कोई शिकायत पेंडिंग नहीं है। खेड़ापति जोन के प्रभारी एई सत्यजीत कुमार ने बताया टीम ने 16-16 घंटे कार्य कर एक-एक कॉलोनी की बिजली सप्लाई शुरू की है।

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