उज्जैन-भारत बंद बेअसर : आगे-आगे कांग्रेस नेता, पीछे-पीछे पुलिस

चौराहे-चौराहे पुलिस रोकती रही…एएसपी ने गोपाल मंदिर के सामने रोककर ज्ञापन लिया

उज्जैन।किसानों द्वारा भारत बंद के आव्हान को समर्थन देते हुए शहर कांग्रेस कमेटी के नेता और कार्यकर्ता सुबह क्षीरसागर स्थित कांग्रेस कार्यालय पर एकत्रित हुए। पुलिस को आंदोलन या विरोध का तरीका नहीं बताया। परिणाम यह रहा कि दो पहिया वाहनों पर सवार होकर कांग्रेस नेता प्रमुख मार्गों और चौराहों चौराहों पर घूमते रहे। पीछे पीछे पुलिस अधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ घूम रहे थे। उन्हें कई जगह रोकने का प्रयास किया और अंत में गोपाल मंदिर पर स्वयं एएसपी अमरेन्द्र सिंह पहुंचे। कांग्रेस नेताओं को रोककर ज्ञापन लिया और वापस कांग्रेस कार्यालय रवाना कर दिया।

पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच चला घटनाक्रम पूरी तरह आंदोलन कम और खेल अधिक नजर आया।केन्द्र सरकार द्वारा किसानों के लिये लागू किये गये कानून का विरोध किसानों द्वारा दिल्ली में किया जा रहा है। किसान संगठनों द्वारा आज भारत बंद का आव्हान किया गया जिसे कांग्रेस सहित अलग-अलग पार्टियों द्वारा समर्थन दिया जा रहा है। भारत बंद का उज्जैन में कोई असर नहीं रहा। रोजाना की तरह सुबह से होटलें, सब्जी की दुकानें, मंडी सहित अन्य दुकानें भी खुलीं। पेट्रोल पंप के अलावा लोक परिवहन के वाहन भी सामान्य तरीके से चले।

कुल मिलाकर बंद बेअसर रहा, लेकिन कांग्रेस पार्टी द्वारा भारत बंद को समर्थन दिये जाने के चलते सुबह कांग्रेस कार्यालय पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी सहित अन्य नेता व कार्यकर्ता एकत्रित हुए। पुलिस प्रशासन द्वारा कांग्रेसजनों द्वारा धरना, प्रदर्शन, आंदोलन किये जाने की संभावना को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस फोर्स, वज्र वाहन, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस की व्यवस्था कर व्यापक तैयारी की गई। सुबह से सीएसपी पल्लवी शुक्ला पुलिस फोर्स के साथ कांग्रेस कार्यालय पर पहुंच गई।

 

देवासगेट बस स्टैंड पर अफरा-तफरी

करीब 20-25 दो पहिया वाहनों पर सवार कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता हाथों में पार्टी के झंडे लेकर नारेबाजी करते हुए क्षीरसागर कार्यालय से देवासगेट बस स्टैंड पहुंचे। यहां सामान्य दिनों की तरह बसों का संचालन हो रहा था। कांग्रेस नेता वाहनों से उतरे और नारेबाजी करते हुए बसों को रुकवाने का प्रयास किया। पीछे चल रहे पुलिस अधिकारियों ने कुछ देर में उन्हें यहां से लौटा दिया। इसके बाद वाहनों का काफिला मालीपुरा, दौलतगंज, फव्वारा चौक होते हुए नई सड़क की ओर बढ़ा।

 

कंठाल पर रोकने की योजना हुई फैल

कांग्रेस नेताओं के वाहन नई सड़क होते हुए कंठाल की तरफ बढ़े। यहां पहले से पुलिस अधिकारी उन्हें रोकने के लिये खड़े थे लेकिन रोक नहीं पाये और वाहनों का काफिला कंठाल से सतीगेट होते हुए खड़े हनुमान के सामने से छत्रीचौक पहुंच गया। स्थिति पर लगातार नजर रख रहे एएसपी अमरेन्द्र सिंह को स्वयं गोपाल मंदिर पर आना पड़ा, जबकि नेताओं के दो पहिया वाहनों का पीछा पुलिस के वाहन लगातार कर रहे थे।

 

रैली बनाकर लौटने से रोका, फिर भी नहीं माने

ज्ञापन देने के बाद कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता रैली बनाकर कांग्रेस कार्यालय लौटना चाह रहे थे। उन्हें एएसपी सिंह ने रोका और अलग-अलग जाने को कहा, लेकिन वह नहीं माने। हालांकि इस दौरान कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता पटनी बाजार की ओर दो पहिया वाहन से निकल गये। जब एएसपी ने कांग्रेस नेताओं को रोकने का प्रयास किया तो रवि राय, जितेन्द्र तिलकर आदि नेताओं ने बहस शुरू की और बाद में रैली के रूप में कांग्रेस कार्यालय लौट गये।

 

पुतला दहन को लेकर असमंजस

रैली और प्रदर्शन के बाद वापस कांग्रेस कार्यालय लौटे नेताओं द्वारा पुतला दहन की योजना को लेकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी असमंजस की स्थिति में रहे। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को आशंका थी कि कांग्रेस नेता मौका पाकर पुतला दहन न कर दें इस कारण एसडीएम त्रिपाठी, सीएसपी सहित अन्य पुलिस प्रशासन के अधिकारी यहीं मौजूद रहे।

 

डीजे वाले को लौटाया

कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता दो पहिया वाहन पर सवार होकर शहर के विभिन्न मार्गों पर जुलूस के रूप में रैली निकालने की योजना बना रहे थे। उन्होंने डीजे व माइक का इंतजाम भी किया था। कांग्रेस कार्यालय के बाहर खड़े डीजे वाहन संचालक को सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने समझाया और उसे यहां से वापस कर दिया।

 

एएसपी ने कहा…बहुत हुआ, ज्ञापन दो और जाओ

शहर में खुली दुकानों को बंद कराने के उद्देश्य से कांग्रेस नेता अपने दो पहिया वाहनों पर सवार होकर नारेबाजी करते हुए अलग-अलग रास्तों से गुजर रहे थे और पुलिस द्वारा रोकने के प्रयास विफल हुए तो स्वयं एएसपी अमरेन्द्र सिंह गोपाल मंदिर पर पहुंच गये। वाहनों को यहीं पुलिस ने रुकवाया और एएसपी ने नेताओं से कहा कि ज्ञापन देना हो तो यहीं दो और वापस जाओ। इस पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने एएसपी व प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन का वाचन कर सौंप दिया।

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