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नागझिरी से देवासगेट का किराया 150 रुपए
उज्जैन। अनलॉक 1.0 लागू होने के साथ ही अब शहरवासी अपने-अपने काम धंधे और जरूरी सामान खरीदी के लिये कार्यालयों व बाजारों में पहुंच रहे हैं। अधिकांश लोग शहर में एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचने के लिये लोक परिवहन के साधन सिटी बस, मैजिक का उपयोग करते हैं, लेकिन कोरोना नियमों के अंतर्गत दोनों प्रकार के वाहनों का संचालन बंद है ऐसे में सिर्फ आटो और ई रिक्शा ही शहर में चल रहे हैं जिनका किराया सामान्य दिनों से दो गुना से भी अधिक वसूला जा रहा है। नगर निगम द्वारा शहर में सिटी बसों का संचालन लोक परिवहन के रूप में करता है और जब शहरवासियों को इन बसों से परिवहन की आवश्यकता है तो भी संचालन बंद है।
इस प्रकार वसूला जा रहा मनमाना किराया
अनलॉक-1 में अनेक ऑटो व ई-रिक्शा संचालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। नानाखेड़ा से देवासगेट की यात्रा के सामान्य दिनों में 60 रुपये, इंदिरा नगर से रेलवे स्टेशन के 50 रुपये, देवासगेट से महाकाल के 50 रुपये किराया लिया जाता है लेकिन वर्तमान में उक्त रूटों का किराया दोगुना से अधिक वसूला जा रहा है। मजबूरी में लोग दोगुना किराया देकर यात्रा कर रहे हैं।
कब होगी सिटी बसें अनलॉक… लॉकडाउन के बाद से ही 28सिटी बसें चालू हालत में मक्सीरोड़ डिपो में खड़ी
अभी यह है सिटी बसों की स्थिति
यूटीसीटीएल द्वारा सिटी व आसपास के शहरों में डीजल और सीएनजी बसों का संचालन किया जाता था, लेकिन ठेकेदार द्वारा बीच में ही काम छोड़ दिया गया। लॉकडाउन लागू होने के पहले तक नगर निगम द्वारा अपने स्तर पर शहर में डीजल सिटी बसों का संचालन कराया जा रहा था। करीब 27 से अधिक डीजल सिटी बसों मक्सीरोड़ डिपो में अच्छी कंडीशन में खड़ी हैं।
लोगों ने बताई अपनी परेशानी
मैं हरसिद्धी क्षेत्र में रहती हूं, कोठी स्थित कार्यालय में नौकरी है। सामान्य दिनों में मैजिक से आवागमन करती थी, लेकिन वर्तमान में मैजिक का संचालन बंद है, जबकि कार्यालय प्रतिदिन जाना होता है। अब आटो से आना जाना करना पड़ रहा है। आटो चालक हरसिद्धी से कोठी तक जाने का किराया 120 रुपये लेता है। परिणिता सिंह, हरसिद्धी क्षेत्र
हर बार आटो चालक ने मनमाना किराया वसूला
पति इंदौर में नौकरी करते हैं, बाजार का काम मुझे ही निपटाना पड़ता है। अनलॉक के बाद करीब 10 बार नानाखेड़ा से फ्रीगंज और गोपाल मंदिर में जरूरी सामान खरीदने जाना पड़ा। हर बार आटो चालक ने मनमाना किराया वसूला, अधिक किराये का विरोध करते हैं तो आटो चालक दूसरे वाहन तलाशने और उससे यात्रा की बात कहकर चले जाते हैं। -ममता डामोर, नानाखेड़ा
लोगों को कम किराये में सुविधा उपलब्ध हो
निगम शहरवासियों की सुविधा के लिये सिटी बस का संचालन करे ताकि शहर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिये लोगों को कम किराये में सुविधा उपलब्ध हो। बाजार में आने वाले लोग सामान्य तौर पर कोरोना नियमों का पालन कर रहे हैं, इसलिये बसों में यात्रा के दौरान अधिक परेशानी नहीं होगी। -अंजु शर्मा
बसों में सेनेटाइजर का प्रबंध भी कराया जाये
नगर निगम सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए सिटी बसों का संचालन शुरू कराये। बसों में यात्रियों की सुविधा के लिये सेनेटाइजर का प्रबंध भी कराया जाये। हालांकि अतिरिक्त व्यवस्था के लिये किराये में 1-2 रुपये अधिक वसूले जा सकते हैं, लेकिन यह किराया भी आटो के किराये से कम ही होगा और लोगों को सुविधा मिलेगी। आशु नागर
मैजिक संचालन नहीं हो रहा तो सिटी बसें चलाना चाहिये
लॉकडाउन के पहले हम लोग मैजिक से आवागमन करते थे, वर्तमान में मैजिक का संचालन बंद है इस कारण बाजार जाने के लिए कई बार पति ऑफिस में होते हैं और बाजार का काम आ जाता है, ऐसे में आटो का सहारा लेना पड़ता है और आटो चालक मनमाना किराया वसूलते हैं। यदि शहर में मैजिक संचालन नहीं हो रहा तो सिटी बसें चलाना चाहिये। संगीता जैन
यह करना होगा कोरोना नियम में- यदि शहरवासियों की सुविधा के लिये सिटी बसों का संचालन शुरू किया जाता है तो कोरोना नियमों का पालन करवाना होगा जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग, मुंह पर मास्क और हाथ के लिए सेनेटइराजेशन की व्यवस्था करना होगी।