रोमानिया बार्डर पर 24 घंटे खड़े रहने के बाद अब घर आकर चेन की नींद सो रही बेटी शिवानी

उज्जैन। नईपेठ निवासी 21 वर्षीय शिवानी गुरुवार सुबह 9 बजे रोमानिया बार्डर से अपने घर उज्जैन लौटी है। वह यूके्रन की टर्नोपिल सिटी में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी। शिवानी के पिता जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि रोमानिया बार्डर पर 24 घंटे भूखे प्यासे खड़े रहने के बाद अब बेटी ने उज्जैन पहुंचकर चेन की सांस ली है।जितेन्द्र ने बताया कि बेटी शिवानी यूक्रेन के टर्नोपिल सिटी में पिछले चार सालों से रह रही थी। वहां से रोमानिया बार्डर तक पहुंचने में उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बेटी ने पांच किलो मीटर का सफर पैदल तय किया। 24 घंटे भूखे प्यासे रहकर निकाला। जिसे सुनकर अच्छे-अच्छों के रोंगते खड़े हो जाए। इसके अलावा इस बारे में शिवानी से ज्यादा चर्चा नहीं हो पाई क्योंकि वह लंबे सफर के बाद घर पर आराम कर रही है। परंतु रोमानिया बार्डर से भारत वापसी के सफर में बेटी को सरकार से जो मदद मिली है, उसका वह दिल से धन्यवाद करते है। इस दौरान बेटी शिवानी ने केन्द्रीय मंत्री सिंधिया से भी मुलाकात हुई थी।

पूर्व में भी यूक्रेन में पढऩे वाले बच्चें उज्जैन में लौटे है। भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन गंगा चलाकर युद्ध ग्रस्त देश में फंसे भारतीय को अपने देश लाने का जो अभियान चलाया गया है, इस दौरान सरकार के द्वारा बच्चों को जो सुविधा उपलब्ध कराई गई है, सभी के माता-पिता ने भी ने इसकी काफी सराहना की है।

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