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हे महाकाल… शिप्रा सूखी…

उज्जैन। तेज धूप और गर्मी के कारण मोक्षदायिनी शिप्रा नदी लगभग पूरी तरह सूख चुकी हैं। इसमें जो पानी शेष है,वह काला, प्रदूषित और बदबूदार हो गया हैं।
उज्जैन में सप्ताहभर से गर्मी लगातार बढ़ रही है। इससे भूजल स्तर तेजी से घट रहा है। नदी, तालाबों में उपलब्ध पानी भी सीपेज और वाष्पीकरण के कारण तेजी से कम हो रहा है। इसका खास असर शिप्रा नदी पर हुआ हैं। वहीं दूसरी तरफ 20 दिनों से शिप्रा में नर्मदा जल नहीं छोड़ा गया था।
पानी आचमन लायक भी नहीं….एक मार्च को महाशिवरात्रि पर छोड़ा गया पानी शिप्रा नदी में जगह-जगह पोखर की तरह जमा है और भूखी माता घाट से रामघाट का पानी स्टापडेम के माध्यम से नदी में रोका गया है, लंबे समय से जमा होने के कारण यह पानी खराब हो गया। इसका रंग काला हो चुका है और इसमें से बदबू आ रही हैं। यह पानी स्नान तो दूर आचमन लायक नहीं हैं।