अतिथि शिक्षकों ने सीएम के नाम ज्ञापन दिया, कहा- कांग्रेस तीन महीने में नियमित करने का अपना वादा निभाए

भू-अभिलेख अधीक्षक को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देते अतिथि शिक्षक।

उज्जैन | अतिथि शिक्षक संगठन समिति जिला इकाई ने मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर सीएम के नाम ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा-कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में अतिथि शिक्षकों को 3 माह में नियमित करने का वचन दिया था।

12 नवंबर 2018 को बतौर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अतिथि शिक्षकों को गुरुजी की तर्ज पर नियमित करने की घोषणा भी की थी, जिसकी गारंटी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ली थी। उन्होंने कहा था हमारी सरकार बनने पर अतिथि शिक्षकों को गुरुजी की तर्ज पर 90 दिवस में नियमित किया जाएगा। इस संबंध में सामान्य शासन प्रशासन विभाग ने 9 फरवरी 2019 को अतिथि शिक्षक नियमितीकरण के लिए एक समिति का गठन किया। समिति को 3 माह में हमारा निराकरण करके प्रस्ताव सरकार को देना था लेकिन अब तक न तो समिति का कोई प्रस्ताव दिया और न ही नियमितीकरण की मांग का निराकरण किया। अतिथि शिक्षकों ने भूअभिलेख अधीक्षक प्रीति चौहान को दिए ज्ञापन में चेतावनी दी कि मांगों का निराकरण नहीं होता है तो अतिथि शिक्षक 1 तारीख से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

 

सेमिनार व मुशायरा आज, कांग्रेस विधायकों को आतिथ्य नहीं

मप्र उर्दू अकादमी के संस्कृति विभाग के तत्वावधान में 27 नवंबर को सेमिनार व मुशायरा होगा। माधव कॉलेज में सुबह 11 बजे होने वाले सेमिनार में महात्मा गांधी और उर्दू विषय पर व्याख्यान हाेगा। कालिदास अकादमी में शाम 6.30 बजे मुशायरा होगा। इधर मप्र कांग्रेस कमेटी सचिव सैयद मकसूद अली ने आरोप लगाया कि आयोजन के आमंत्रण पत्र में कांग्रेस विधायकों व जिला पंचायत के अध्यक्ष के अलावा अन्य जनप्रतिनिधियों को आतिथ्य प्रदान नहीं किया। मुख्यमंत्री कमलनाथ का फोटो भी प्रकाशित नहीं किया गया। समारोह के लिए आ रहे उर्दू अकादमी सचिव को गुलाब भेंटकर विरोध दर्ज कराया जाएगा।

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