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अब नि:शक्तजनों का बनेगा नि:शक्तता आधार कार्ड (यूडीआईडी) तैयारियों के लिये संभाग स्तरीय कार्यशाला सम्पन्न .
उज्जैन 11 जुलाई। नि:शक्तजनों के सुविधापूर्ण एवं आसानी से नि:शक्तता प्रमाण-पत्र बनाने एवं उन्हें शासन की सभी योजनाओं का त्वरित लाभ देने के उद्देश्य से उनके नि:शक्तता आधार कार्ड (यूडीआईडी) बनाये जाने हैं। ये कार्ड अब किसी भी नि:शक्त व्यक्ति द्वारा ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन दोनों तरीकों से आसानी से बनवाये जा सकेंगे। यह कार्य भारत सरकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की स्वावलंबन योजना के अन्तर्गत कराया जा रहा है।
संभागायुक्त श्री रवीन्द्र पस्तोर के निर्देशन में इस योजना की तैयारियों के सम्बन्ध में एक कार्यशाला का आयोजन आज बृहस्पति भवन में किया गया। कार्यशाला में जिला पंचायत उज्जैन की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रूचिका चौहान सहित संभाग के सभी जिलों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, संयुक्त आयुक्त श्री प्रतीक सोनवलकर, सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक श्री महेश पाण्डेय, संभाग के जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के अधिकारीगण, जिला सूचना विज्ञान अधिकारीगण तथा ई-गवर्नेंस प्रबंधक आदि उपस्थित थे।
ऐसे बनेंगे ऑनलाइन नि:शक्तता आधार कार्ड
नि:शक्तता आधार कार्ड, जो निशक्तता प्रमाण-पत्र के रूप में कार्य करेंगे, बनवाने के लिये ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन किया जा सकेगा। ऑनलाइन आवेदन के लिये वेब साइट swablambancard.gov.in पर लॉगइन कर फॉर्म भरा जा सकता है। फॉर्म भरने के पश्चात् अपना विवरण संलग्न करना होगा। सम्बन्धित क्षेत्र का चिकित्सा अधिकारी उस विवरण के आधार पर सम्बन्धित आवेदक को चिकित्सा जांच की तिथि एवं स्थान की ऑनलाइन जानकारी देगा। हर आवेदक को एक यूजर आईडी एवं पासवर्ड दिया जायेगा, जिससे वह लगातार जानकारियां प्राप्त कर सकेगा। आवश्यक जांच उपरान्त नि:शक्तता आधार कार्ड (नि:शक्तता प्रमाण-पत्र) आवेदक के पते पर भिजवाने के साथ ही वेब साइट पर अपलोड भी किया जायेगा, जिसे आवेदक डाउनलोड कर सकेगा।
ऑफलाइन कार्ड
ऑफलाइन नि:शक्तता आधार कार्ड बनवाने के लिये इसी वेब साइट से फॉर्म डाउनलोड कर उसे भरकर निकट के सरकारी चिकित्सा केन्द्र में जमा कराना होगा। इसके बाद मेडिकल जांच की प्रक्रिया उपरान्त नि:शक्तता कार्ड बना दिया जायेगा। इसे भी वेब साइट पर अपलोड कर दिया जायेगा, जिससे आवेदक जब चाहे उसका प्रिंट आउट ले सके।
यूडीआईडी के क्रियान्वयन में अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से करें
संभागीय कार्यशाला में बताया गया कि नि:शक्तजनों के यूनिवर्सल यूडीआईडी प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में अधिकारीगण अपने दायित्वों का निर्वहन भलीभांति करें। प्रशिक्षण में श्री धर्मेन्द्र चौहान ने पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से यूडीआईडी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उपस्थित अधिकारियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया गया। भारत सरकार के सामाजिक
न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तकनीकी दल द्वारा यूडीआईडी प्रोजेक्ट को पूर्ण करने तथा साफ्टवेयर का उपयोग किस प्रकार किया जायेगा, इस सम्बन्ध में संभागीय प्रशिक्षण अधिकारियों को दिया गया। प्रशिक्षण में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रूचिका चौहान एवं संयुक्त आयुक्त श्री प्रतीक सोनवलकर ने सम्बन्धित अधिकारियों को नि:शक्तजनों के यूनिवर्सल यूडीआईडी प्रोजेक्ट के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि इसी प्रकार के संभागीय प्रशिक्षण प्रदेश के अन्य संभागों में भी निर्धारित तिथियों में आयोजित किये जा रहे हैं।