उज्जैन के रामघाट पर पर्यटकों को मिलेगी कौनसी नई सुविधा और आनंद

हेरिटेज पाथ पैकेज के बाद अब स्मार्ट सिटी में रामघाट पर सौंदर्यीकरण और जनसुविधा बढ़ाने की कवायाद, निगम ने बुलवाए इओआइ

उज्जैन. क्षिप्रा किनारे का प्रमुख स्थल रामघाट निकट भविष्य में अपने पौराणिक महत्व के साथ ही पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र बनकर भी उभर सकता है। स्मार्ट सिटी अंतर्गत रामघाट की सुंदरता और यहां जनसुविधा बढ़ाने के लिए कवायाद शुरू की गई है। एेसा होता है तो श्रद्धालु और पर्यटकों को महाकाल मंदिर के नजदीक एक और आकर्षक स्थल मिल सकेगा।

स्मार्ट सिटी योजना अंतर्गत सुविधाओं को स्मार्ट बनाने के साथ अब पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी फोकस किया जा रहा है। इसके चलते हेरिटेज पाथ का प्रोजेक्ट तैयार करने के बाद अब पर्यटकों के लिए रामघाट पर जरूरी सौंदर्यीकरण व सुविधा विकसित करने की प्लानिंग है। नगर निगम आयुक्त व स्मार्ट सिटी कंपनी के एग्जिक्युटिव डाइरेक्टर रिषी गर्ग ने शहर को नई सौगात देने कार्ययोजना तैयार करने का कहा है। उद्देश्य पूरा करने के लिए कुछ निजी कंपनियों ने रुचि दिखाई है।

 

अस्थायी निर्माण के साथ सुविधा भी

प्रोजेक्ट में विशेष फोकस आकर्षण और जनसुविधा को लेकर है। समलन यहां आने वालों को खूबसूरत व आकर्षक माहौल तो मिले ही, मनोरंजन व समय बिताने के लिए बेहतर सुविधाएं भी मिले। यह सुविधाएं धार्मिक आयोजनों के साथ ही पर्यटन संबंधित भी होंगी। रामधाट पर बड़े स्थायी निर्माण नहीं हो सकते हैं। एेसे में प्रोजेक्ट में इस तरह के कम्पोनेंट रखने का विचार है जिसमें अस्थायी निर्माण से ही श्रद्धालु-पर्यटकों को अधिक से अधिक सुविधा दी जा सके। इनके अलावा चैंजिंग रूम, टॉयलेट जैसी जरूरी सुविधाओं को भी और बेहतर करने की आवश्यकता है।

 

डीपीआर से पहले इओआइ

स्मार्ट सिटी कंपनी का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देन के लिए रामघाट पर जरूरी व्यवस्था व सुविधाओं में विकास करना है। प्रोजेक्ट को लेकर विस्तृत योजना तैयार होना है। इससे पूर्व स्मार्ट सिटी कंपनी ने इओआइ ( एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) बुलवाया है। तीन-चार कंपनियों ने रूचि लेते हुए अपने प्रस्ताव दिए हैं। इओआइ के जरिए जाना जाएगा कि उद्देश्य पूरा करने के लिए रामघाट पर क्या-क्या किया जा सकता है। निजी कंपनियों के आइडिया के आधार पर डीपीआर, टेडर जारी करने आदि की कार्रवाई होगी।

 

हेरिटेज पाथ से मिलेगी बड़ी सुविधा

हेरिटेज पाथ विकसित करने की योजना पर्यटन को बढ़ावा देने में कारगर साबित हो सकती है। इसमें अलग-अलग पैकेज तैयार करने की योजना है। पर्यटक अपनी आवश्यकतानुसार पैकेज ले सकेगा और उसके आधार पर उसे मंदिरो में दर्शन, स्थानिय सांस्कृति-धार्मिक गतिविधियों में भागीदारी, उज्जैन भ्रमण आदि सुविधाएं मिलेंगी। इस प्रोजेक्ट में क्षिप्रा महाआरती जैसे आकर्षक इवेंट शामिल करने का भी विचार है।

 

रामघाट पर एेसे बढ़ सकता है पर्यटन

1. बैठक व्यवस्था

अभी- राणोजी की छतरी व घाटों पर बनी सिढि़यां, पंडे-पुजारियों के तखत, चबुतरे ही उपलब्ध रहते हैं।
हो सकता है- पर्यटकों के सार्वजनिक व व्यक्गित बैठने-आराम करने के लिए आकर्षक सुविधा दी जा सकती है। इसके लिए राणोजी की छतरी का रॉयल कॉटेज दिए जा सकते हैं। क्षिप्रा में कुछ सुरक्षित तैरते मंच दिए जा सकते हैं।

2. मनोरंजन

अभी- बोटिंग के अलावा रामघाट पर मनोरंजन के लिए कोई खास सुविधा नहींं है। पूर्व में निजी स्तर पर कुछ लोगों ने यहां होर्स राइडिंग, स्कू  टर राइटिंग जैसी सुविधा शुरू की थी जिसे लोगों ने पंसद किया लेकिन यह नाकाफी है।
हो सकता है- रामघाट पर मनोरंजन, आमोद-प्रमोद के लिए व्यवस्थाएं हों। इसके लिए सांस्कृतिक नृत्य-संगीत, बच्चों के लिए राइडिंग, बोटिंग आदि की व्यवस्था की जा सकती है। सुरक्षित सेल्फ बोटिंग को बढ़ावा दिया जा सकता है।

3. फूर्ड कोर्ट

अभी- खान-पान को लेकर कोई उल्लेखनीय सुविधा नहीं है। कुछ ठेले-गुमटी जरूर लगते हैं लेकिन पर्यटकों के लिहाज से यह काफी नहीं है।
हो सकता है- विभिन्न प्रदेशों के व्यंजनों को शामिल करते हुए व्यवस्थित फूड कोर्ट विकसित हो। इसमें स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। कुछ एेसी छोटी बोट भी चलाई जा सकती है जो नदी में बोटिंग के साथ स्वाद का आनंद दे।

 

इनका कहना

शहर में पर्यटन विकास की काफी संभावनाएं हैं। स्मार्ट सिटी अंतर्गत इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। रामघाट पर पर्यटन विकास व जनुसविधा बढ़ाने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट बुलवाए गए हैं।

– रिषी गर्ग, एग्जिक्युटिव डाइरेक्टर स्मार्ट सिटी कंपनी 

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