उज्जैन को ट्रेन की दो बड़ी सौगात:15 के बाद कभी भी भी उज्जैन से इंदौर और चित्तौड़गढ़ के लिए चलेंगी मेमू ट्रेनें

कोरोना का संकट खत्म होने के बाद रेलवे की गतिविधियां तेज हो गई हैं। रेलवे से आने-जाने वालों के लिए समय अब पटरी पर आने लगा है। 15 नवंबर के बाद उज्जैन को रेलवे की दो बड़ी सौगातें मिल सकती हैं। इसमें सबसे बड़ी इंदौर के लिए दो मेमू ट्रेन चलना है। जबकि चित्तौड़गढ़ के लिए भी उज्जैन से मेमू ट्रेन चल सकती है। रतलाम रेल मंडल के पास इसके लिए दाे रैक उपलब्ध हैं। हालांकि अभी दोनों ट्रेनें किस दिन से ट्रैक पर चलेंगी इस बारे में शेड्यूल अधिकृत रूप से जारी नहीं किया गया है।

दरअसल 15 नवंबर को उज्जैन-फतेहाबाद-इंदौर के बीच मेमू ट्रेन का वर्चुअल उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसके साथ ही 26 नवंबर को पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल रतलाम रेल मंडल के चित्तौड़गढ़-रतलाम खंड का निरीक्षण करेंगे। डीआरएम विनीत गुप्ता का कहना है कि मंडल से मेमू चलाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली। कुछ तकनीकी खामियां है, उन्हें दूर किया जा रहा है। हमारी कोशिश है कि पश्चिम रेलवे जीएम के निरीक्षण से पहले यात्रियों को इस ट्रेन की सुविधा मिल जाए। पश्चिम रेलवे ने इसका शेड्यूल अभी तक फाइनल नहीं किया है।

उज्जैन-फतेहाबाद-इंदौर दिन में दो फेरे लगाएगी मेमू –

उज्जैन-फतेहाबाद-इंदौर के बीच चलने वाली मेमू ट्रेन दिन में दो फेरे लगाएगी। अभी देवास के रास्ते इंदौर-उज्जैन की दूरी 80 किमी है, इसमें 1.30 से 2 घंटे का समय लगता है। लेकिन फतेहाबाद वाले रूट से यह दूरी 17 किमी तक कम हो जाएगी। इससे दोनों शहरों के बीच 1.15 घंटे में ही सफर तय हो जाएगा।

फतेहाबाद के रास्ते चलने वाल ट्रेन दोनों शहरों के बीच चिंतामण गणेश, लेकोड़ा, फतेहाबाद, बालौदा टाकुन, अजनोद, पालिया, लक्ष्मीबाई नगर स्टेशनों पर रुकेगी।।

यह रहेगा शेड्यूल –

उज्जैन से इंदौर –

उज्जैन से सुबह 6.25 बजे चलकर सुबह 7.40 बजे इंदौर पहुंचेगी और एक अन्य ट्रेन शाम 4.25 बजे उज्जैन से चलकर शाम 5.40 बजे इंदौर जाएगी।

इंदौर से उज्जैन –

इंदौर से सुबह 8 बजे चलकर सुबह 9.25 बजे उज्जैन आएगी। एक अन्य ट्रेन सुबह 11.10 बजे इंदौर से चलकर दोपहर 12.25 बजे उज्जैन आएगी।

इंदौर-वाराणसी को इसी ट्रैक पर लाएंगे -इंदौर से उज्जैन होकर महू-इंदौर-प्रयागराज एक्सप्रेस और महाकाल एक्सप्रेस (इंदौर-वाराणसी) ट्रेन इंदौर से फतेहाबाद-उज्जैन वाले रूट पर किया जाएगा। प्रयागराज ट्रेन तो चल रही है लेकिन महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन कोरोना के बाद से बंद है।

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