- भस्म आरती: मस्तक पर सूर्य, भांग, चन्दन और त्रिपुण्ड अर्पित कर किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- भस्म आरती: बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार त्रिपुण्ड, भांग, चन्दन अर्पित करके किया गया!
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, चन्दन और फूलों की माला अर्पित कर किया गया दिव्य श्रृंगार
- बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए 'गदर 2' के अभिनेता उत्कर्ष शर्मा, लगभग दो घंटे तक महाकाल की भक्ति में दिखे लीन; उत्कर्ष बोले- मेरे लिए बेहद अद्भुत अनुभव!
- भस्म आरती: वैष्णव तिलक, चन्दन का चंद्र, आभूषण अर्पित कर बाबा महाकाल का किया गया गणेश स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
कलश पूजन के बाद निकली यात्रा, रंगोली से सजे मार्ग
उज्जैन । अभा कालिदास समारोह का शहरवासियों को आमंत्रण देने के लिये एक दिन पूर्व शिप्रा तट से कलश यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से निकाली गई। खास बात यह कि यात्रा मार्ग के पर संस्कार भारती के कलाकार आकर्षक रंगोली बनाते चल रहे थे वहीं लोक कला मण्डल के कलाकारों ने आकर्षक प्रस्तुतियां भी दीं।
प्रात: 7.30 बजे शिप्रा तट पर कलश पूजन के दौरान विधायक मोहन यादव, कुलपति सहित विक्रम विश्वविद्यालय के अधिकारी उपस्थित रहे। पूजन के पश्चात महाकाल ध्वज और आकर्षक झांकियों का कारवां रामघाट से प्रारंभ हुआ। कलश को बग्घी में रखा गया था। महाकाल मंदिर के सामने से यात्रा गुदरी, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर, छत्रीचौक, कंठाल होते हुए चामुण्डा माता पहुंची।
कलश यात्रा में सबसे आगे कड़ाबीन और घोड़े चल रहे थे। जिसके पीछे ढोल की थाप पर लोक कला मण्डल के गिरधारीलाल गेहलोत अपनी मण्डली के साथ आकर्षक नृत्य प्रस्तुति देते हुए निकले। कलश यात्रा में शहर के विभिन्न शासकीय और अशासकीय विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थी शामिल हुए। इसके पीछे झांकियां चल रही थी। पूरे यात्रा मार्ग पर संस्कार भारती के कलाकार आकर्षक रंगोली बना रहे थे वहीं सामाजिक व राजनेतिक, व्यापारिक संगठनों के सदस्यों ने कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।