- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
कार्तिक अगहन मास में भगवान महाकाल की पांच सवारी निकलेगी
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर की परंपरा में श्रावण-भादौ मास की तरह कार्तिक-अगहन मास में भी भगवान महाकाल की सवारी निकलेगी। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में सवार होकर शिप्रा तट जाएंगे। कार्तिक शुक्ल अष्टमी पर 20 नवंबर को कार्तिक अगहन मास की पहली तथा 11 दिसंबर को शाही सवारी निकलेगी।
शुक्ल पक्ष से शुरू होगा सवारी का क्रम हिन्दू धर्मपरंपरा में प्रत्येक माह की शुरुआत कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से होती है। लेकिन महाराष्ट्रीयन परंपरा में किसी भी माह का शुभारंभ शुक्ल पक्ष से होता है। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर की पूजन परंपरा में मराठा काल का विशेष प्रभाव है।
यही कारण है कि कार्तिक-अगहन मास में भगवान महाकाल की सवारी निकालने का क्रम कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष में आने वाले प्रथम सोमवार से होता है। इस बार कार्तिक शुक्ल पक्ष में पहला सोमवार 20 नवंबर को रहेगा। इसलिए इस दिन से सवारी निकालने की शुरुआत होगी।