कोविड-19 के नए अध्ययन:चार घंटे एक्टिव रहने वाला वायरस मावठे में 10 घंटे तक एक्टिव

मावठे की बारिश, लगातार तापमान में गिरावट और नमी बनी रहने से चार से पांच घंटे तक एक्टिव रहने वाला वायरस अब 9 से 10 घंटे तक एक्टिव बना हुआ है। इससे संक्रमण की दर बढ़ सकती है। कोविड-19 पर नए अध्ययनों के नए परिणामों के आधार पर वायरस सतह पर ज्यादा समय तक जीवित रह सकता है लेकिन अगर तापमान 30 से 40 डिग्री सेल्सियस से कम हो जाता है तो वायरस का जीवनकाल कम हो जाता है।

उज्जैन में कोरोना के संक्रमण दर दिवाली के बाद से शुरू हुई। 17 नवंबर से मरीज अचानक बढ़ने लगे। इसके बाद शादी समारोह में लोगों की भीड़ जुटने के साथ ही पिछले चार दिनों से मौसम में नमी बनी रहने से संक्रमण बढ़ा है। इसकी बड़ी वजह वायरस को 9 से 10 घंटे तक जीवित रहना है।

लोगों के नमी वाले स्थानों पर जाने से या मार्किंग वॉक के समय वातावरण में ठंडक बनी होने के दौरान लोग संक्रमित हो सकते हैं। त्योहारों के बाद से अब तक 27 दिनाें में 17 नवंबर से अब तक 584 नए मरीज सामने आ चुके हैं और एक्टिव मरीज भी 235 बढ़े हैं। फार्मास्युटिकल समूह लिमिटेड चेंगदू, कार्डियोवस्कुलर सर्जरी अस्पताल वायुसेना के मेडिकल विश्वविद्यालय शीआन चीन ने विशेष रूप से सारस कोविड-2 के प्रसार पर दो वायु मापदंडों, तापमान और आर्द्रता के प्रभाव पर रिसर्च की है।

इसमें पाया कि जनवरी से लेकर अप्रैल-2020 तक कम तापमान, हल्के पूर्ण तापमान और कम आर्द्रता की संभावना कोरोना वायरस के संचरण में सहायता करती है यानि वायरस ज्यादा समय तक एक्टिव रहता है और लोगों को संक्रमित करता है। रिसर्च में यह भी पाया कि तापमान और आर्द्रता दोनों ही कोविड-19 से जुड़े हैं।

उन्होंने तापमान और कोविड-19 के मामलों के बीच पाया कि 1 डिग्री वृद्धि औसत तापमान 4.9 प्रतिशत वृद्धि पाई गई। बार्सिलोना शहर में, स्पेन, टोबिसा और मोलिना ने आगे संकेत दिया है कि अधिकतम तापमान में 1 डिग्री तापमान की बढ़ोतरी से उसी दिन की दर में 7.5 प्रतिशत की कमी आई।

 

लगातार नमी रहने से संक्रमण बढ़ सकता है

कोविड-19 के नए अध्ययनों के परिणामों में पाया गया है कि नमी में वायरस 9 से 10 घंटे तक एक्टिव बना रहता है, जो लोगों को संक्रमित करता है। तापमान बढ़ने पर वायरस का जीवनकाल कम हो जाता है। मावठे की बारिश होने और मौसम में लगातार नमी बनी रहने से संक्रमण बढ़ सकता है। डॉ. सुधाकर वैद्य, नोडल अधिकारी, मेडिकल कॉलेज अस्पताल

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