- भस्म आरती: बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार त्रिपुण्ड, भांग, चन्दन अर्पित करके किया गया!
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, चन्दन और फूलों की माला अर्पित कर किया गया दिव्य श्रृंगार
- बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए 'गदर 2' के अभिनेता उत्कर्ष शर्मा, लगभग दो घंटे तक महाकाल की भक्ति में दिखे लीन; उत्कर्ष बोले- मेरे लिए बेहद अद्भुत अनुभव!
- भस्म आरती: वैष्णव तिलक, चन्दन का चंद्र, आभूषण अर्पित कर बाबा महाकाल का किया गया गणेश स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
- पंजाब नेशनल बैंक की ओर से श्री महाकालेश्वर मंदिर को भेंट की गई दो ई-कार्ट, प्रशासक गणेश धाकड़ ने PNB के अधिकारियों का किया धन्यवाद
गणेश स्थापना सार्वजनिक नहीं होगी, डोल ग्यारस पर झूले और मोहर्रम पर नहीं निकलेंगे ताजिए
गणेश चतुर्थी, मोहर्रम, डोल ग्यारस आदि किसी भी त्योहार पर कोई भी सार्वजनिक आयोजन या मंडप नहीं बनाया जा सकेगा। न ही सार्वजनिक कोई जुलूस आदि निकाला जाएगा। यह बात सामुदायिक भवन में मंगलवार शाम 5 बजे आयोजित शांति समिति की बैठक में एसडीएम वीरेंद्रसिंह दांगी ने कही। दांगी ने बताया कि गाइडलाइन के मुताबिक किसी भी सार्वजनिक स्थान पर कोई भी सार्वजनिक पंडाल नहीं सजाया जाएगा। किसी भी शासकीय कार्यालय में गणेश प्रतिमा की स्थापना नहीं हाेगी। आठ इंच से अधिक बड़ी गणेश मूर्ति नहीं लगाई जा सकेगी, न ही बेची जा सकेगी। नगर में मोहर्रम पर ताजिए भी नहीं बनाए जा सकेंगे।
डोल ग्यारस पर निकलने वाले जुलूस-झूले आदि सभी पर प्रतिबंध रहेगा। शांति समिति की बैठक में उपस्थित काजी गुलजार हुसैन व अजीज पेंटर ने एसडीएम को ज्ञापन के माध्यम से इमामबाड़े पर मन्नत पूरी होने पर दर्शन के लिए पहुंचने वाले लोगों को दर्शन की छूट देने की मांग रखी। इस पर शासन ने मौके पर पहुंचकर मुआयना करने के बाद निर्णय देने का कहा। बैठक में अजीज पेंटर में नगर में फैल रही गंदगी का मुद्दा उठाया तो हेमंत जैन ने समर्थन कर सफाई कराने की मांग की। एसडीएम में सीएमओ जीवनराय माथुर को जल्द ही नगर में साफ सफाई की व्यवस्था चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रति रविवार नगर में सैनिटाइजर का छिड़काव करने काे कहा।
गली-माेहल्लों की जगह घर में करें स्थापना, नहीं निकलेगा जुलूस
आगामी त्याेहार काे लेकर थाना परिसर में शांति समिति की बैठक हुई। इसमें कोविड संक्रमण काे लेकर त्याेहारों काे प्रतीकात्मक रूप से मनाने की बात कही गई। एसडीएम पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि गली मोहल्लों में सार्वजनिक पंडाल नहीं लगाकर घरों में प्रतीकात्मक गणेश स्थापना की जाएगी। परिजन पूजन अर्चन करें, विसर्जन जुलूस भी नहीं निकाले। इसी तरह तेजादशमी, डोल ग्यारस, मोहर्रम काे सादगीपूर्वक मनाएं। बड़ा राम मंदिर महंत प्रहलाददास बैरागी ने कहा कि छोटा तालाब पर भगवान को स्नान करवाने की परंपरा है। इस पर कुमार ने कहा कि एक दो लोग जाकर भगवान को स्नान करा सकते हैं। इसी तरह पूर्व पार्षद हुसैन शाह ने भी बताया कि ताजियों को ठंडे करने तालाब पर ले जाते हैं। इस पर कुमार ने कहा कि जल के छींटे डालकर परंपरा का निर्वहन करें। बैठक में बैंकों में भीड़ का मुद्दा उठा। इस पर तहसीलदार गुहा ने बताया कि 20-20 टोकन जारी किए जा रहे हैं, जिनका एनाउंस बैंक करेगी। इसके साथ सरकारी बैंक को जो गली से संचालित हो रही है। उसे कृषि उपज मंडी प्रांगण में ले जाने पर विचार किया जा रहा है। बैठक में प्रमुख रूप से पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सुजानमल जैन, धाकड़ समाज राधेश्याम नंदेड़ा, जैन समाज से शांतिलाल जैन, महाराष्ट्रीयन समाज व राम मंदिर अध्यक्ष भालचंद्र रानाडे, रमेश नंदेड़ा, प्रहलाददास महाराज, अविनाश उपाध्याय, नंदराम धाकड़, मंगेशकर वर्मा, दिलीप मोदी, अब्दुल हसीब खान, हाजी मुख्तियार फारुकी, थाना प्रभारी दौलतराम जोगवत, नगर परिषद अधिकारी संजय देवड़ा माैजूद थे।