चौरासी महादेव दर्शन यात्रा

  1. चौरासी महादेव दर्शन यात्रा  अधिकांश  श्रावण मास व अधिक मास में करते हैं अथवा जब समय हो, करें। देव दर्शन का कोई समय नहीं होता।
  2. चौरासी  महादेव महाकाल वन के अलावा महाकाल कुण्ड के चारों ओर बने हुए हैं अथवा रामघाट पर पिशाचमुक्तेश्वर  के बाहर पत्थर शीला  पर बने हुए हैं।
  3. पूजापा-जल पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, शकर मिश्रित) कुंकू, अक्षत, चन्दन, फूलबत्ती, प्रसाद, दीपक, अगरबत्ती, जनेऊ, भेंट, अबीर, गुलाल, गणपति बनाने को खड़ी सुपारी, नाड़ा आदि।
  4. दर्शन  क्रम से अथवा फुटकर क्षेत्रीय क्रम से करें।
  5. प्रथम दर्शन तथा अंत में अगस्तेश्वर  महादेव के दर्शन करना है।

 

चौरासी महादेव के क्षेत्रवार संख्या समूह:

  1. हरसिद्धि क्षेत्र- 1, 10, 12, 69, 71
  2. नदीघाट क्षेत्र- 2, 3, 4, 6, 68, 76
  3. महाकाल वन में- 5, 7, 72, 80
  4. गंधर्वघाट नदी पार- 13, 21, 70, 49, 66, 67 6
  5. अनंत पेठ (शमशान )- 8, 26, 33, 35
  6. (अ) ढाबा रोड़- 46, 48 (ब) खटिकवाड़ा- 22, 51, 52, 53, 65
  7. कार्तिक चैक सिंहपुरी- 14, 56, 57, 62, 77, 78
  8. मोदी की गली, सुगंधी गली- 15, 16, 17, 18
  9. नागनाथ व भागसीपुरा- 19, 20, 50, 47
  10. खत्रीवाड़ा- 24, 25, 59, 61
  11. सराफा, पिंजारवाड़ी- 23, 29, 63
  12. नलिया बाखल व डाबरी- 9, 47
  13. तिलकेश्वर व जानसापुरा- 58, 63, 64
  14. नामदारपुरा (नयापुरा)- 45
  15. पिपलीनाका, गढ़कालिका- 54, 55, 79
  16. भेरूगढ़ (सिद्धनाथ)- 11, 34, 41, 73, 75
  17. मंगलनाथ- 42, 43, 44
  18. अंकपात- 28, 30, 36, 37, 38, 39, 40
  19. मकोडि़या आम व खिलचीपुर- 27, 31, 32
  20. ग्रामीण क्षेत्र- 81, 82, 83, 84

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