ज्ञानसागर एकेडमी की प्राचार्य के आपत्तिजनक शब्दों पर मैदान में उतरे पालकगण

उज्जैन। तुम लड़कों को आकर्षित करती हो यह लड़के तुम्हारे साथ दुष्कर्म करेंगे, तब भी तुम अपने साथ दुष्कर्म करवा लेना। कोई मर्डर करें तो तुम भी करना। यह वही वाक्य है जोकि देवास रोड स्थित ज्ञान सागर एकेडमी की प्राचार्य गीता गर्ग द्वारा विद्यार्थियों को कहे जाने की शिकायत कलेक्टर मनीष सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी व नागझिरी थाना पुलिस को विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों ने की है। मामला कुछ इस प्रकार है कि 5 सितंबर 2018 को ज्ञान सागर स्कूल में आयोजित शिक्षक दिवस कार्यक्रम में विद्यालय की अलमास मैडम ने बच्चों को विद्यालय में मोबाइल लाने की अनुमति दी थी। विद्यार्थियों ने मोबाइल से कार्यक्रम के फोटो खींचे और उसके बाद सेल्फी भी ली थी लेकिन यह बात विद्यालय की प्राचार्या गीता गर्ग को इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने गत 11 अगस्त 2018 को कॉमर्स और विज्ञान संकाय के लगभग डेढ़ दर्जन बच्चों को बुलाया और बुरा भला कहकर कुछ दिनों के लिए स्कूल से निष्कासित कर दिया।

इस कार्यवाही की सूचना जब पालकों तक पहुंची तो उन्होंने ज्ञानसागर अकेडमी के डायरेक्टर महेश थायरानी से मिलकर उन्हें पूरी घटना से अवगत करवाया। तब थायरानी ने बालकों की बात सुनने की बजाय, उन्हें यह कहकर लौटा दिया कि प्राचार्या ने जो भी किया है, वह सही है। मैं इस मामले में आपकी कोई मदद नहीं कर सकता हूं। इस मामले की निष्पक्ष जांच किए जाने को लेकर पालकों ने कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी, ज्ञान सागर अकेडमी के डायरेक्टर के साथ ही नागझिरी थाना पुलिस को भी शिकायती आवेदन दिया हैं।

बच्चों से अभद्रता करना गलत
इस मामले को लेकर जब पालकों से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि शिक्षक दिवस पर स्कूल में मोबाइल लाने की परमिशन अलमास मैडम द्वारा दी गई थी, जिसके बाद ही बच्चे स्कूल में मोबाइल ले गए थे। अगर यह कार्यवाही सिर्फ मोबाइल ले जाने के नाम पर की जाती तो ठीक था लेकिन प्राचार्य द्वारा छात्राओं से दुष्कर्म की बात करना, छात्रों को लड़कियों को छेडऩे के झूठे प्रकरण में फंसाने की बात करना सरासर गलत है। पालकों ने कहा कि हम बच्चों को स्कूल में अच्छे संस्कार देने के लिए पहुंचाते हैं, लेकिन यहां पर यदि बच्चों से इस प्रकार की बात की जा रही है तो यह मामला गंभीर है स्कूल प्रबंधन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

बच्चे कुछ भी बोल सकते हैं,
बच्चों का क्या है, वह कुछ भी बोल सकते हैं। उनके द्वारा की गई शिकायत पूरी तरह झूठी है। वैसे भी मामला प्राचार्य के बयानों से जुड़ा है और इस बारे में वे ही जवाब दे सकती हैं। जब उन्हें जानकारी दी गई कि ज्ञान सागर अकेडमी के आप डायरेक्टर हैं और जिम्मेदारी आपकी भी बनती है, तो उन्होंने प्राचार्य से ही जवाब मांगने की बात कही।
महेश थायरानी, डायरेक्टर ज्ञानसागर अकेडमी

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