तीसरी लहर का डर ऐसा:लॉकडाउन के आखिरी 20 दिन में 1354 लोगों ने बनवाए आयुष्मान कार्ड

लाॅकडाउन के आखिरी 20 दिनों में जिले में 1354 और लोगों ने भी आयुष्मान कार्ड बनवा लिए हैं। इनका मानना है कि यदि कोरोना की तीसरी लहर आई तो इलाज करवाने में कार्ड काम आएगा। अब अनलॉक में भी बड़ी संख्या में कार्ड बनवाने लोग पहुंच रहे हैं। जिले में आयुष्मान भारत योजना के 10 लाख 91 हजार 607 कार्ड बनाने का लक्ष्य हैं। इसके एवज में 11 मई तक 6 लाख 46 हजार 972 कार्ड बने थे। इस बीच शासन द्वारा घोषणा की गई थी कि उक्त कार्डधारी सभी सरकारी व अनुबंधित निजी अस्पतालों में कोरोना का भी पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त में करवा सकेंगे।

ऐसे में तभी से कार्ड बनवाने के प्रति लोगों में रूचि बढ़ी। 11 से 31 मई तक के लॉकडाउन के आखिरी के 20 दिनों में ही 1354 लोगों ने हाथोहाथ आयुष्मान कार्ड बनवा लिए। एक जून की स्थिति में जिले में कार्डधारियों का आंकड़ा बढ़कर 6 लाख 48 हजार 326 हो गया था।

लोगों का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर आए तो कार्ड होने से वे महंगा इलाज भी नि:शुल्क करवा सकेंगे। अन्यथा अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज में तो यह उपयोगी है ही। आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी धीरज पंचौली के अनुसार लॉकडाउन के आखिरी के 20 दिन में ही 1354 लोगों ने आयुष्मान कार्ड बनवा लिए थे। अनलॉक में भी बड़ी संख्या में लोग कार्ड बनवाने पहुंच रहे हैं।

जानिए सब कुछ: आयुष्मान कार्ड के फायदे, कहां, कब और कैसे

यह लाभ- कार्डधारी व्यक्ति के परिवार के सदस्य वर्ष में पांच लाख रुपए तक का गंभीर बीमारियों का नि:शुल्क इलाज शासकीय एवं देशभर के चिन्हित व अनुबंधित निजी अस्पतालों में करवा सकते हैं। जिले में कहां- सभी सरकारी अस्पतालों के अलावा आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज, चेरिटेबल हॉस्पिटल, सीएचएल मेडिकल सेंटर, मेवाड़ हॉस्पिटल, ग्लोबल हॉस्पिटल, उज्जैन आर्थो हॉस्पिटल, बागड़ी फ्रेक्चर ट्रामा हॉस्पिटल तथा रेडिएंट आई हॉस्पिटल में भी इलाज करवाया जा सकता है। कैसे लें लाभ- बगैर किसी औपचारिकता के आयुष्मान कार्ड लेकर इन अस्पतालों में आयुष्मान हेल्प डेस्क पर जाकर नि:शुल्क इलाज शुरू करवा सकते हैं।

1557 पैकेज- विभिन्न बीमारियों के 1557 पैकेज इस योजना में शामिल हैं। उदाहरण के लिए आग से जलने पर 80 हजार रुपए तक का इलाज, हृदय रोग से पीड़ित को डेढ़ लाख रुपए तक का पैकेज जिसमें हृदय के वाल्व बदलना, एंजियोग्राफी, पल्मोनरी प्रोसिजर, डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति, किडनी, फ्रेक्चर एवं अन्य कैंसर जैसी सभी गंभीर बीमारियों का इलाज, आदि इसमें शामिल। और आगे यह- काेरोना की दूसरी लहर में शासन ने इन पैकेज में कोरोना का इलाज भी शामिल कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि यदि तीसरी लहर आती है तो उसका इलाज भी इस कार्ड के जरिए करवाया जा सकेगा।

कहां और कैसे बनवाएं कार्ड

यदि आप भी आयुष्मान कार्ड की पात्रता रखते हैं तो इसे बनवाए। ये कार्ड जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में बनाए जा रहे हैं। इनके अलावा सभी कॉमन सर्विस सेंटर या लोक सेवा केंद्रों पर ऑनलाइन ये कार्ड बनवाया जा सकता है। इसके लिए आधार कार्ड, समग्र आईडी नंबर व पात्रता पर्ची लेकर पहुंचे। इन दस्तावेजों के आधार पर पात्रता का परीक्षण होगा। पात्रता के दायरे में आने पर आसानी से कार्ड बन जाएगा।

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