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त्रिवेणी बैराज तक पहुंचा नर्मदा का पानी
उज्जैन: इस वर्ष औसत से अधिक बारिश होने के बावजूद शिप्रा नदी में खान का गंदा और बदबूदार पानी मिलने के कारण त्रिवेणी से लेकर कालियादेह महल तक पानी दूषित हो चुका था। शिप्रा नदी के पानी में स्नान, आचमन और पूजन तक दूभर हो रहा था। आगामी पर्व स्नान के मद्देनजर अपर मुख्य सचिव ने उज्जैन पहुंचकर अधिकारियों के साथ बैठक की और एनवीडीए के अधिकारियों को पाइप लाइन के माध्यम से शिप्रा नदी में नर्मदा का पानी छोडऩे के निर्देश दिये गये जिसके तुरंत बाद अधिकारियों ने निर्देशों पर अमल करते हुए नर्मदा का पानी शिप्रा नदी में छोड़ा जो सुबह तक त्रिवेणी बैराज तक पहुंच चुका था।
12 दिसंबर को पूर्णिमा पर्व पर शिप्रा नदी के विभिन्न घाटों त्रिवेणी, रामघाट सहित अन्य घाटों पर हजारों श्रद्धालु स्नान व पूजन अर्चन करेंगे लेकिन खान डायवर्सन लाइन में खराबी आने के कारण खान नदी का दूषित पानी लगातार शिप्रा नदी में बह रहा था। स्थिति यह हो गई थी कि शिप्रा नदी में स्नान और आचमन भी मुश्किल था। नदी का पानी काला और बदबूदार हो चुका था।
इसको लेकर अपर मुख्य सचिव एम. गोपाल रेड्डी ने उज्जैन पहुंचकर मेला कार्यालय में संभागायुक्त अजीत कुमार, कलेक्टर शशांक मिश्र, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के जे.के. सांवला, पी.के. सिंघल, वी.सी. शर्मा सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें निर्णय लिया गया कि शिप्रा नदी में मौजूद गंदे पानी को बहाकर उसमें नर्मदा नदी का पानी प्रवाहित किया जाये ताकि 12 दिसंबर को पूर्णिमा पर्व का स्नान सम्पन्न कराया जा सके। अपर मुख्य सचिव रेड्डी के निर्देश के बाद एनवीडीए के मुख्य अभियंता ने देवास बैराज से लगभग 4 एमसीएम पानी छोडऩे के निर्देश दिये जो देर रात उज्जैन के त्रिवेणी बैराज तक पहुंच गया।
खान डायवर्सन की रिपेयरिंग
अधिकारियों ने बताया कि 9 दिसंबर तक खान डायवर्शन की रिपेयरिंग का कार्य पूर्ण होने की संभावना है। इस दौरान खान के गंदे पानी को शिप्रा नदी में मिलने से रोकने के लिये बोरी बंधान कर गंदे पानी को रोका जायेगा। इसके अलावा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को पूरी क्षमता से चलाने के निर्देश भी दिये गये हैं।
इंदौर निगम कमिश्नर को भी दिये निर्देश
बैठक में अपर मुख्य सचिव रेड्डी को जानकारी मिली कि सांवेर रोड़ पर स्थित औद्योगिक क्षेत्रों के सीवर का पानी खान नदी में मिल रहा है इसके अलावा इंदौर की सीवर लाइनों का पानी भी खान नदी में ही छोड़ा जा रहा है। इस पानी के ट्रीटमेंट के लिये प्लांट लगाया गया है जो 20 नवंबर से बंद है। इस पर प्रमुख सचिव ने इंदौर निगम कमिश्नर को निर्देश दिये कि ट्रीटमेंट प्लांट प्रारंभ किया जाये और इसे पूरी क्षमता से चलाकर खान नदी के दूषित पानी को साफ कर आगे की ओर बहाया जावे।
साफ पानी से कराएंगे स्नान
शिप्रा नदी में वर्तमान में जो पानी मौजूद है वह खान नदी का पानी मिलने से दूषित हो चुका है। इस पानी को आगे बहाने के बाद नर्मदा के नये पानी को प्रवाहित किया जा रहा है ताकि 12 दिसंबर को पर्व स्नान पर श्रद्धालु साफ जल में स्नान करें।