दान के लिए प्रोत्साहित किया गया:महाकाल मंदिर समिति को वीआईपी सुविधा के लिए दान से मिले 18 लाख रु.

महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा प्रोटोकॉल वीआईपी दर्शन और भस्मआरती प्रवेश के लिए दान राशि तय कर देने से समिति को 10 दिन में 18 लाख रुपए दान से मिले। समिति की आय में बढ़ोतरी होगी। मंदिर समिति ने 11 सितंबर से प्रोटोकॉल से दर्शन करने और भस्मआरती में शामिल होने वालों को दान के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

समिति ने तय किया कि प्रोटोकॉल से दर्शन से आने वाले श्रद्धालुओं को कम से कम 100 रुपए प्रति दर्शनार्थी दान देना चाहिए। इसी तरह प्रोटोकॉल से भस्मआरती में शामिल होने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को 200 रुपए दान देना चाहिए। दान राशि प्राप्त होने पर उन्हें पास जारी किया जाएगा। जिसके आधार पर वे दर्शन व आरती में शामिल हो सकेंगे। इसको लागू करने के लिए समिति ने जहां प्रोटोकॉल पास दफ्तर बनाया वहीं प्रवेश द्वार पर भी दान राशि जमा की व्यवस्था की है।

कलेक्टर आशीष सिंह के अनुसार इस नई व्यवस्था से जहां प्रोटोकॉल से अनधिकृत प्रवेश करने वालों पर रोक लगी है, वहीं मंदिर समिति को दान से मिली राशि के रूप में आय भी हुई है। 10 दिन में मंदिर समिति को इस मद में 18 लाख रुपए आए हैं। दर्शन व भस्मआरती के लिए प्रोटोकॉल सुविधा लेने वालों को इस बात की खुशी है कि वे मंदिर के विकास में इस निमित्त सहयोगी बने हैं। वे सहर्ष यह दान राशि देकर सुविधा ले रहे हैं। प्रोटोकॉल वीआईपी सुविधा से प्राप्त दान राशि का उपयोग मंदिर के विभिन्न विकास कार्यों के साथ दर्शनार्थियों की सुविधाएं बढ़ाने और सेवा कार्यों में किया जाएगा।

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