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नागचंदे्रश्वर मंदिर के दर्शन करने के लिए अब होगी जद्दोजेहद
विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में वर्षों से लगी लोहे की सीढिय़ों को निकाले जाने का कार्य शुरू हो गया है। पिछले दिनों एएसआई की टीम ने मंदिर के शिखर, गर्भगृह और दीवारों की जांच की थी। मंदिर प्रबंध समिति को सुझाव दिया गया था कि यहां लगी सीढिय़ां हटाएं, ताकि मंदिर की सुंदरता नष्ट न हो, साथ ही गर्भगृह पर अधिक वजन भी न पड़े।
शुक्रवार को महाकाल मंदिर परिसर में लगी लोहे की सीढिय़ां हटाने का कार्य शुरू हुआ। एएसआई दल द्वारा किए गए सर्वे के बाद प्रबंध समिति को यह कहा गया था कि इन्हें हटा लिया जाए। प्रशासक एसएस रावत ने टीम के सुझाव को अमल में लाते हुए सीढिय़ां हटाने की कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
नागचंद्रेश्वर मंदिर जाने के लिए हर साल लगाना पड़ेंगी
नागपंचमी पर प्रतिवर्ष इन्हीं सीढिय़ों के माध्यम से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए चढ़ते हैं और भद्रकाली मंदिर के समीप लगी सीढिय़ों से दर्शन करके उतरते हैं। इन सीढिय़ों का भार गर्भगृह, शिखर व दीवारों पर पड़ रहा था। इस वजह से हटाया जा रहा है। बता दें, प्रतिवर्ष नागपंचमी के अवसर पर इन्हें फिर से लगाने की कार्रवाई की जाएगी।
जालियां काटने के लिए करना पड़ रही मशक्कत
लोहे की जालियां और सीढिय़ों को काटने में कारीगरों को भारी मशक्कत करना पड़ रही है। ये जालियां वर्षों से यहां लगी हैं, साथ ही इन पर कई बार वार्निश हो चुका है। इससे ये काफी मजबूत हो चुकी हैं। इन्हें काटने के लिए हथौड़े और कटर का उपयोग करना पड़ रहा है।
महाकाल मंदिर में पूछताछ काउंटर शुरू
भगवान महाकाल के मंदिर में शुक्रवार से पूछताछ काउंटर की शुरुआत हो गई। पर्व और सामान्य दिनों में आने वाले श्रद्धालुओं को इस काउंटर से समस्त जानकारियां उपलब्ध होंगी। इसी काउंटर पर फिलहाल 250 रुपए की शीघ्र दर्शन टिकट भी दी जा रही हैं।