पर्दाफाश: एसटीएफ ने ट्रक ड्राइवर की हत्या करने वाले गिरोह को दबोचा

माधवनगर का भी एचएस सरगना टार्जन

आज करेंगे कोर्ट में पेश

एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स)ने देवास-सिहोर के एक लुटेरे गिरोह को गिरफ्त में लिया है। सोमवार देर रात हत्ते चढ़े बदमाशों से तीन पहले बदनावर रोड़ पर ट्रक ड्राईवर की गोली मारकर हत्या करने के अंधे कत्ल का खुलासा हो गया। गिरोह का सरगना टार्जन माधवनगर थाने में भी आठ बार चोरी-लूट में पकड़ा चूका है। बडऩगर पुलिस आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश करेगी।

सिहोर निवासी सुनील जिराती उर्फ टार्जन,देवास का नीरज मंंडलोई व बागली का सुनील चौधरी आदतन बदमाश है। तीनों पर दर्जनों लूट व चोरी के केस दर्ज है। सुनील को आष्टा पुलिस 2011 से स्थाई वारंट में तलाश रही है।

वहीं उस पर माधवनगर थाने में भी आठ अपराध दर्ज है। मुखबिर की सूचना पर मंगलवार को एसटीएफ प्रभारी दीपिका शिंदे व उनकी टीम ने तीनों को पकड़कर पूछताछ की। उन्होंने 16 मार्च 2016 को बडऩगर -बदनावर रोड पर तामिलनाडू के ट्रक चालक सुब्रमण्यम को गोली मारकर ट्रक लूटना कबूल कर लिया। बडऩगर पुलिस ने तीनों से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, रिवाल्वर व कार भी जब्त कर ली है।

ऐसे की थी वारदात

16 मार्च को सुब्रम्णयम अपने ट्रक में लाखों रुपए का डालर चना भरकर जा रहा था। साथ में क्लीनर एम राजेश भी था। चार बदमाशोंं ने उसे बदनावर टोल नाके से कुछ ही पहले उसे कार अड़ाकर रोका था।

विरोध करने पर बदमाश सुब्रमण्यम को गोली मारकर ट्रक ले गए और कुछ ही दूरी पर छोड़कर भाग गए थे। घटना के दौरान क्लीनकर डरकर भाग गया था। इस सनसनीखेज प्रकरण का खुलासा नहीं होने पर तात्कालीन आईजी वी. मधुकुमार ने हत्यारों पर ३० हजार रुपए इनाम घोषित किया था।

एक आरोपी की हत्या

सुब्रमण्यम को गोली मारकर ट्रक लूटने में नीमनवासा का धीरज पिता वकीलसिंह ठाकुर भी शामिल था। घटना के बाद वह दूसरे साथियों के साथ वारदात करता रहा। लूट के माल के बंटवारे को लेकर सितंबर 2017 को उसका साथियों से विवाद हो गया और उन्होंने उसे भैरवगढ़ में मौत के घाट उतार दिया। धीरज की हत्या के आरोपी अभी भैरवगढ़ जेल में है।

  •  तीन साल से थी लुटेरों की तलाश
  •  गिरोह पर 30 हजार का इनाम
  •  एक साथी का हो चुका मर्डर
  •  हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, रिवाल्वर जब्त किए

इनकी सराहनीय भूमिका

अंधे कत्ल के खुलासे में एसटीएफ प्रभारी दीपिका, एसआई जेएस परमार एएसआई देवेंद्रसिंह कुशवाह, आरक्षक सुनील झा, संजय शुक्ला, पूनम यादव के साथ ही बडऩगर एसडीओपी शेर सिंह भूरिया,टीआई दिनेश प्रजापति, एसआई हेमंतसिंह जादौन, एएसआई गजा पटेल, प्रआ. दिनेश निनामा, हरीश चौहान व महेश मौर्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

टीम को ईनाम दिया जाएगा

सुनील जिराती आदतन अपराधी है। उस पर करीब 25 प्रकरण दर्ज है। अंधेकत्ल का खुलासा करने पर टीम को घोषित इनाम राशि दी जाएगी।
-सचिन अतुलकर एसपी

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