पोस्ट कोविड सिंड्राेम:हार्ट, शुगर, लीवर, किडनी, याददाश्त और बालों पर भी असर

  • सिर से पैर तक बीमारियां सता रहीं
  • कोरोना से जीते पर बाद के दुष्प्रभाव मरीजों का पीछा नहीं छोड़ रहे
  • विशेषज्ञ बोले- योग-प्राणायाम करें, फिजियोथैरेपिस्ट और डायटिशियन की मदद लें
  • कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हुए मरीज ठीक होने के बाद भी शारीरिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। उनमें दुष्प्रभाव देखे जा रहे हैं। प्रतिरोधक क्षमता कम होना, कमजोरी व थकान बने रहना, याददाश्त में कमी, सांस फूलना, नसों में शिथिलता आना, शरीर के किसी अंग का सुन्न होना व नींद नहीं आने की समस्या सामने आ रही है। विटामिन व मिनरल की कमी बनी हुई है, इसका असर मरीजों के बालों पर पड़ रहा है। किशोर से लेकर युवाओं के बाल झड़ रहे हैं। गंजे होने के डर से वे स्पेशलिस्ट की मदद ले रहे हैं।

    बालों की समस्या लेकर हर रोज 4-5 लोग डॉक्टर्स के पास पहुंच रहे हैं। कई मरीजों में यह समस्या कोरोना से ठीक होने के 15 से 20 दिन बाद ही शुरू हो गई। महिला मरीजों में भी इसी तरह की समस्या देखी जा रही है। मरीजों के केस स्टडी में विशेषज्ञों ने पाया है कि उनमें विटामिन व मिनरल की कमी बनी हुई है, जिसका असर लोगों के बालों पर पड़ रहा है।

    उनके बाल सामान्य से ज्यादा झड़ रहे हैं। बाल की समयावधि करीब तीन साल होती है, जिसके बाद बाल झड़ जाते हैं और उनके स्थान पर नए बाल भी उग जाते हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के तेजी से बाल झड़ रहे हैं। जिसके चलते बाल के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।

    16-17 साल के किशोर और युवाओं के बाल झड़ रहे हैं। गंजेपन के डर से वे विशेषज्ञों के पास बालों की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। हालांकि मरीज मल्टी विटामिन व आयरन की दवाइयों का उपयोग चिकित्सकीय परामर्श से करेंगे तो उन्हें इस समस्या से राहत मिल सकती है।

    सबसे तेजी से बढ़े शुगर के मरीज, अब बाल झड़ने वालों की भी भीड़

    4065 में शुगर बढ़ी, 15 से 20% युवा
    कोविड के मरीजों को लाइन ऑफ ट्रीटमेंट के तहत दी गई दवाइयों से मरीजों में शुगर लेवल बढ़ा और हार्ट के मरीज भी बढ़े हैं। स्टेरॉयड के डोज की तय मात्रा 8 एमजी की बजाए ज्यादा दिए जाने से दूसरी लहर में संक्रमित हुए मरीजों में से 4065 में शुगर होना पाई गई है। इनमें ऐसे मरीज भी हैं जिन्हें पहले कभी शुगर नहीं थी या उनके परिवार में किसी को शुगर थी।

    स्टेरॉयड के उपयोग का असर युवाओं पर भी हुआ है। 15 से 20 प्रतिशत युवा मरीजों को भी शुगर हुई है। जिले में करीब 70 हजार मरीज शुगर के थे जो बढ़कर 74065 हो गए हैं। दवाइयों के ज्यादा उपयोग होने से हार्ट के 15 प्रतिशत तक मरीज बढ़ गए हैं। मरीजों में खून का थक्का जमना जैसी समस्या के चलते भी हार्ट अटैक और पैरालिसिस सहित अन्य बीमारियां हुई है।

    • बालों का झड़ना- विटामिन और आयरन की कमी के चलते लोगों के बाल झड़ रहे हैं।
    • याददाश्त कमजोर- लोग छोटी-छोटी बाते भूलने लगे हैं और डिप्रेशन में भी जा रहे हैं।
    • सांस फूलना- सिढ़ी चढ़ने या दौड़ लगाने के दौरान सांस फूल रही है।
    • मरीजों में शुगर बढ़ने से दूसरी बीमारियों का खतरा।
    • लीवर व किडनी पर असर।
    • आंखों का लाल होना व यूरीन डार्क हो जाने जैसी परेशानी भी।
    • ब्लड में हाई स्तर की शिकायत।
    • घबराहट और बेचैनी होने लगी है। जिला अस्पताल के मनोरोग विभाग में हर दिन 5-7 मरीज पहुंच रहे हैं।

    ठीक होने के बाद काम पर लौटे तो बीमारियों से भी निजात पाई

    कोरोना से ठीक होने के बाद डयूटी पर लौटने से मरीजों ने पोस्ट कोविड में होने वाली बीमारियों से राहत पाई है। यूडीए की संपदा शाखा में पदस्थ संजय व्यास, पिंटू भावसार व हाउसिंग बोर्ड के संपदा अधिकारी गोपाल भावसार ने समय रहते कोविड की जांच करवाई।

    रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर इलाज करवाया और हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद सात दिन तक होम क्वारेंटाइन रहे। उसके बाद ड्यूटी पर लौट गए। इससे वे डिप्रेशन में जाने से बच गए। मनोरोग चिकित्सक डॉ. पराग ढोबले ने बताया नियमित रूप से योगा, प्राणायाम व हल्के व्यायाम करें तथा अपने आप को व्यस्त रखें।

    यह करें मरीज

    • फिजियोथैरेपी करवाएं तथा पोषण आहार का उपयोग करें। जरूरत पड़ने पर डायटिशियन की सलाह लें।
    • मल्टी विटामिन व आयरन की कमी को पूरा करने से बालों की समस्या दूर हो सकती है।

    कोरोना मरीजों में बाल झड़ने की समस्या

    कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हुए मरीज ठीक होने के बाद बाल झड़ने की समस्या देखी जा रही है। उनमें प्रतिरोधक क्षमता, विटामिन और मिनरल्स की कमी बनी हुई होने से मरीजों के बाल झड़ रहे हैं। मल्टी विटामिन व आयरन की दवाइयों का उपयोग चिकित्सकीय परामर्श से करने पर बालों के झड़ने की समस्या दूर हो सकती है।
    डॉ. जुजर हुसैन, त्वचा रोग विशेषज्ञ

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