मंत्री ने क्लास में पूछा- कौन-कौन नेता बनेगा ? जवाब में सिर्फ आठ बच्चों ने उठाया हाथ

उज्जैन | वॉलेंटियर के रूप में स्कूल में बच्चों को पढ़ाने पहुंचे ऊर्जा मंत्री पारस जैन। चौथी क्लास की एक छात्रा माही को मंत्री जैन ने बुलाया आैर 11 का पहाड़ा सुनाने को कहा। छात्रा ने पहाड़ा सुनाया तो मंत्री गदगद हो गए आैर 50 रुपए का पुरस्कार दिया लेकिन अगले ही पल उनके चेहरे की मुस्कान गायब हो गई। मंत्री जैन ने छात्रा से पूछा कि देश के राष्ट्रपति का नाम बताओ। उनके प्रश्न करते ही छात्रा बोल पड़ी- युवराज सिंह चौहान। छात्रा के जवाब देते ही बीच में एक शिक्षिका नैना जैन बोल पड़ी कि बेटा प्रधानमंत्री का नहीं, राष्ट्रपति का नाम बताओ। शिक्षिका के यह बोलते ही पूरा हॉल ठहाकों से गूंज उठा।

आम लोगों को स्कूलों से जोड़ने के उद्देश्य से शनिवार को जिले के दो हजार से ज्यादा स्कूलों में मिल-बांचंे कार्यक्रम हुआ। सुबह 10.30 बजे से स्कूलों में कार्यक्रम शुरू हुआ। मंत्री जैन के साथ भाजपा नेता अनिल जैन कालूहेड़ा, पार्षद प्रमिला मीणा आदि प्राथमिक विद्यालय पटेल नगर पहुंचे। लगभग 30 मिनट देरी से आए मंत्री जैन ने विद्यार्थियों से सवाल करना शुरू किए। तीसरी की एक छात्रा हिंदी ठीक से नहीं पढ़ पाई। 5वीं के एक छात्र को कविता सुनाने पर इनाम दिया लेकिन पलक नाम की एक छात्रा दो राष्ट्रीय त्योहार नहीं बता सकी। कुछ बच्चे स्कूल ड्रेस में नहीं आए तो पता चला कि आईडी नहीं मिलने पर 25 विद्यार्थियों को गणवेश नहीं मिली है। जैन ने जब यह सवाल किया कि कितने बच्चे नेता बनना चाहते हैं तो मात्र 8 बच्चों ने अपने हाथ उठाए। 5वीं की छात्रा रानी बल ने सूर्य नमस्कार के सभी आसन करके दिखाते हुए इनाम पाया। कार्यक्रम के बाद रेडियो पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संदेश का वाचन किया जाना था। विद्यार्थियों को संदेश सुनाने के लिए मंत्री जैन एक हाथ में रेडियो आैर एक हाथ में माइक पकड़ कर विद्यार्थियों के बीच पहुंच गए आैर खड़े-खड़े उन्हें संदेश सुनवाया। इसके बाद पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष समिति उज्जैन के मुख्य कवर वाली नोटबुक विद्यार्थियों को वितरित की गई।

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