- महाकाल मंदिर के विस्तार के लिए बड़ा कदम, हटाए गए 257 मकान; महाकाल लोक के लिए सवा दो हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग, चन्दन, रजत चंद्र और आभूषणों से किया गया बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
- महाकालेश्वर मंदिर में अब भक्तों को मिलेंगे HD दर्शन, SBI ने दान में दी 2 LED स्क्रीन
- उज्जैन में कला और संस्कृति को मिलेगा नया मंच, 1989.51 लाख रुपये में बनेगा प्रदेश का पहला 1000 सीट वाला ऑडिटोरियम!
- भस्म आरती: रजत के आभूषणों से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
मनोरंजन कर के विरोध में टॉकीज, पीवीआर, सिनेप्लेक्स बंद
उज्जैन। शासन द्वारा अलग-अलग प्रकार के मनोरंजन कर लगाने के विरोध में आज प्रदेश सहित उज्जैन के टॉकीज, पीवीआर, सिनेप्लेक्स बंद रखे गये हैं। विरोध के बीच सिनेप्लेक्स यूनियनों की शासन स्तर पर बैठक हो रही है जिसके बाद आगे की रणनीति बनाई जायेगी। पूर्व में मनोरंजन कर के नाम पर वाणिज्य कर, जीएसटी आदि लगाये जा रहे थे और अब नगर निगम द्वारा दो प्रतिशत मनोरंजन कर अलग से लगा दिया है। इस प्रकार अब मनोरंजन कर के नाम पर कुल 43 प्रतिशत टैक्स टॉकीज, पीवीआर, सिनेप्लेक्स मालिकों से वसूला जा रहा है। इसी के विरोध में प्रदेश भर के पीवीआर, सिनेप्लेक्स संचालकों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया था। आज शहर के मेट्रो सिनेप्लेक्स, पीवीआर सहित अन्य टॉकीज मालिकों ने पहला शो बंद रखकर हड़ताल को समर्थन दिया है।
मेट्रो सिनेप्लेक्स के मैनेजर महेश सक्सेना ने बताया कि शासन स्तर पर मनोरंजन कर के विषय में यूनियन अध्यक्ष की चर्चा हो रही है और पहला शो बंद रहने के बाद दोपहर तक आगे की स्थिति का पता चल पायेगा। मनोरंजन कर के विरोध में राष्ट्रीय स्तर पर अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया गया है। लेकिन पीवीआर और टॉकीज संचालकों की यूनियनों से शासन स्तर पर बैठकों का दौर जारी है। ऐसे में अभी एक शो बंद रखा गया है और दोपहर बाद भोपाल में बैठक संपन्न होने के पश्चात आगे की रणनीति पर यूनियन लीडरों के निदेर्श पर फैसला लिया जाएगा।