मस्तक पर बिंदिया, नाक में नथ और गले में हार, महाकाल के देवी रूप को देखते रह गए श्रद्धालु

सार
भस्म आरती में बाबा महाकाल ने भक्तों को देवी स्वरूप में दिए दर्शन। सप्तमी तिथि व शुक्रवार के संयोग पर भस्मआरती में बाबा महाकाल का देवी स्वरूप में शृंगार किया गया।
विस्तार
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार को आषाढ़ कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर तड़के भस्म आरती के दौरान सुबह चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पण्डे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत और फलों के रस से किया।