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महाकालेश्वर मंदिर : सभा मंडप में चल रहे निर्माण कार्य से दर्शन हुए आसान
उज्जैन | महाकालेश्वर मंदिर में सभा मंडप निर्माण के कारण मंदिर की दर्शन व्यवस्था में आंशिक बदलाव किया गया है। इस व्यवस्था से श्रद्धालुओं को कम समय में भगवान के दर्शन हो रहे हैं जिससे उनमें खुशी का माहौल है। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासनिक अधिकारी अब नए वर्ष पर दर्शनों के लिये उमडऩे वाली भीड़ प्रबंधन की तैयारी में लगे हैं।
नई व्यवस्था के अंतर्गत सामान्य दर्शनार्थी को प्रशासनिक कार्यालय के सामने से फैसिलिटी सेंटर से कॉरीडोर होते हुए नैवद्य कक्ष के सामने से कार्तिकेय मण्डपम से प्रवेश कराते हुए रेम्प से गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति होने की स्थिति में दर्शन कराये जा रहे हैं।
यदि भीड़ अधिक होती है तो गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिये जाते हैं ऐसी स्थिति में कार्तिकेय मण्डप से बेरिकेट्स होते हुए दर्शन करने के पश्चात श्रद्धालुओं को निर्गम द्वार तक पहुंचाया जा रहा है। इस दौरान श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल उतारने की व्यवस्था फैसिलिटी सेंटर पर रखी गई है। यहां से लोगों के जूते चप्पल शंख द्वार के सामने पहुंचा दिये जाते हैं जहां से श्रद्धालु अपने जूते चप्पल ले सकता है अन्यथा की स्थिति में श्रद्धालु फैसिलिटी सेंटर से भी जूते चप्पल ले सकता है।
इसी प्रकार 251 रुपये की रसीद कटवाने वाले श्रद्धालुओं को पुलिस चौकी के सामने से प्रवेश दिया जा रहा है जो सती माता मंदिर होते हुए मार्बल गलियारे से होते हुए नैवेद्य कक्ष होते हुए आम श्रद्धालुओं की लाईन से मंदिर में प्रवेश करते हैं।
यह व्यवस्था दिव्यांग, वीआईपी, वृद्धों के लिये भी है। अन्य व्यवस्थाएं पूर्ववत सभा मंडप निर्माण को लेकर मंदिर समिति ने प्रवेश को लेकर नई व्यवस्था की है। इससे श्रद्धालुओं को कम समय लाईन में लगकर भगवान के दर्शन हो रहे हैं जिससे श्रद्धालुओं में खुशी है, जबकि इसके पूर्व की व्यवस्था में झिकझेक से होते हुए शहनाई द्वार से घूमकर सभा मंडप होते हुए दर्शन करना पड़ते थे जिसमें भीड़ कम होने के बावजूद समय अधिक लगता था। मंदिर में भस्मार्ती से लेकर शयन आरती तक अन्य व्यवस्थाओं को पूर्ववत रखा गया है।
इनका कहना
सभा मंडप निर्माण के कारण मंदिर में प्रवेश को लेकर कुछ परिवर्तन किया गया है, जिसमें श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया है। अन्य व्यवस्थाएं पूर्ववत हैं। नए वर्ष पर भस्मार्ती सहित दर्शनों के लिये श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे का अनुमान है जिसकी व्यवस्थाओं को लेकर विचार विमर्श चल रहा है।
सुश्री प्रीति चौहान,सहायक प्रशासनिक अधिकारी महाकाल मंदिर
दिव्यांग, वृद्धों की इसी मार्ग से वापसी
मंदिर प्रशासन द्वारा दिव्यांग और वृद्धों के लिये व्हील चेयर की व्यवस्था कराई जा रही है। पुलिस चौकी से इन लोगों को व्हील चेयर उपलब्ध कराई जाती है साथ ही एनाउंस कराने पर दिव्यांग या वृद्ध मंदिर के बाहर जहां मौजूद होते हैं उन्हीं वहीं पर व्हील चेयर भी उपलब्ध करा दी जाती है। खास बात यह कि दिव्यांग और वृद्धों को जिस मार्ग से प्रवेश कराया जाता है उसी मार्ग से वापसी की व्यवस्था भी की गई है। इस दौरान उक्त लोग अपने जूते-चप्पल पुलिस चौकी के पीछे बने स्टेण्ड पर रख सकते हैं।