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महाकाल मंदिर श्रद्धा का केंद्र,प्रसाद के दाम बढ़ाना आस्था से खिलवाड़
उज्जैन:महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने मंदिर में श्रद्धालुओं को बेचे जाने वाले लड्डू प्रसादी का भाव बढ़ाने का निर्णय लिया है। बीते दिनों कलेक्टर शशांक मिश्र की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में लिए गए इस फैसले के तहत अब लड्डू प्रसादी तीन सौ रुपए प्रति किलो श्रद्धालुओं को मिलेगा। इसके पहले यह भाव 240 रुपए प्रति किलो था।
मंदिर प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि एक सप्ताह में भाव को बढ़ा दिया जाएगा और अभी जितने भी पुराने रेट्स छपे प्रसादी पैकेट्स रखे हुए है, उन पर नये भाव की स्लिप लगाकर उपयोग में लाया जाएगा। बता दें कि ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में अभिषेक-पूजन व प्रसाद महंगा हो गया है। गुरुवार को कलेक्टर श्री मिश्र की अध्यक्षता में हुई प्रबंध समिति की बैठक में अभिषेक, पूजन तथा लड्डू प्रसाद के दाम में वृद्धि की गई है। मंदिर के काउंटर पर 240 रुपए किलो मिलने वाला लड्डू प्रसाद अब भक्तों को 300 रुपए किलो मिलेगा। पूजन, अभिषेक व भगवान महाकाल के भांग श्रृंगार की रसीद के दाम दो गुना कर दिए गए हैं।
दुकानों का भी किराया बढ़ाया
मंदिर परिसर में बाहरी क्षेत्र में दुकानों का संचालन किया जाता है। यह पहला मौका है जब समिति ने मंदिर का खजाना भरने के लिए विभिन्न प्रकल्पों में एकसाथ शुल्क वृद्धि की है। समिति ने मंदिर के बाहर अपनी दुकानों का किराया बढ़ा दिया है। नई दर नगर निगम की गाइड लाइन के अनुसार होगी। अभी दुकानदारों से 1500 से 2500 रुपए के बीच मासिक किराया वसूला जा रहा था।
खजाना भरने के लिए वृद्धि
मंदिर समिति ने मंदिर का खजाना भरने के उद्देश्य से न केवल ऑनलाइन भस्मारती सीटों को ५०० से ८०० कर दिया है वहीं अब हाल ही में अन्य प्रकल्पों में भी एक साथ शुल्क बढ़ोतरी कर दी है।
फोटोग्राफरों से तीन गुना वसूली: मंदिर परिसर में फोटो खींचने वाले फोटोग्राफर से लिए जाने वाले शुल्क में तीन गुना वृद्धि कर दी है। वर्तमान प्रति फोटोग्राफर 1000 रुपए प्रतिमाह शुल्क लिया जाता था। इसे अब 3000 रुपए प्रति माह कर दिया गया।
पर्ची तैयार कराएंगेे
महाकाल मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया अभी पुरानी दर के दो हजार से अधिक पैकेट बचे हुए है, इन पर नये भाव की पर्ची चिपकाई जाएगी। प्रसादी पैकेट कपड़े की थैली में बेचा जाएगा। नये भाव एक सप्ताह के भीतर लागू किये जाएंगे।
वर्तमान भाव बढ़ोतरी के बाद भाव
३० रुपए में २ लड्डू ४० रुपए का पैकैट
६० रुपए ढाई सौ ग्राम ८० रुपए पैकेट
१२० रुपए आधा किलो १५० रुपए पैकेट
२४० रुपए एक किलो ३०० रुपए पैकेट
उस्तादों का कहना- कम आती लागत
रसोई बनाने वाले उस्तादों का कहना है कि एक किलो बेसन के लड्डू बनाने में लागत १९५ से २०० रुपए आती है। इसमें लेबर, सामग्री आदि शामिल होती है। लागत कम के बाद भी बाजारों में लड्डू चार सौ रूपए प्रति किलो बेचे जाते है। ऐसी स्थिति में निश्चित ही मंदिर समिति को भी लागत बहुत कम आती है, बावजूद इसके भाव में बढ़ोतरी करना धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना ही माना जा सकता है।
तीन किलो पर ५८० का खर्चा
मिठाई बनाने वाले उस्तादों की यदि माने तो तीन किलो बेसन के लड्डू बनाने पर करीब पांच सौ अस्सी रुपए खर्च आता है और इसमें जो सामग्री उपयोग में ली जाती है
– इसके अनुसार
३८० रुपए का एक किलो घी
७० रुपए का एक किलो बेसन
४० रुपए की एक किलो शकर
९० रुपए लेबर और ईधन
विधायक जैन ने कहा-आंदोलन करेंगे
भाजपा विधायक पारस जैन ने कहा है कि प्रसादी में भाव बढ़ोतरी का निर्णय ठीक नहीं है। महाकाल मंदिर कोई व्यापारिक केन्द्र नहीं है, जहां किसी भी प्रकल्प के भाव में बढ़ोतरी कर दी जाए। भाजपा भी इसका विरोध कर रही है और यदि भाव बढ़ोतरी लागू की जाती है तो पार्टी स्तर पर जन आंदोलन किया जाएगा।
न्यूनतम लाभ पर बेचे प्रसाद- भारती
कांग्रेस नेता राजेन्द्र भारती ने कहा कि मंदिर धार्मिक आस्था का केन्द्र है और यहां न्यूनतम लाभ पर प्रसादी बेचना चाहिए। भाव बढ़ोतरी करना जरूरी नहीं है, आवश्यक यह है कि भक्तों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा दी जाए। हो सके तो प्रसादी नि:शुल्क भी बांटने पर विचार किया जा सकता है।
नि:शुल्क बांटा जाए प्रसाद- उपाध्याय
पूर्व महापौर राधेश्याम उपाध्याय का कहना है मंदिर में आने वाले भक्तों को प्रसाद नि:शुल्क बांटना चाहिए, मेरा भाव बढ़ोतरी पर विरोध है। कलेक्टर के साथ अन्य जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा करूंगा और भाव बढ़ोतरी नहीं होने के लिए मांग की जाएगी।