महाकाल विस्तारीकरण फेज-2 की सुविधाएं आज से भक्तों को समर्पित:CM शिवराज करेंगे अन्न क्षेत्र समेत अन्य कार्यों का लोकार्पण, 755.82 करोड़ रु. से काम होंगे

उज्जैन में महाकाल विस्तारीकरण प्रोजेक्ट का दूसरा चरण गुरुवार से शुरू हो जाएगा। इसके तहत 755 करोड़ रुपए की लागत से काम किए जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार शाम फेज-2 के तहत होने वाले कार्यों का लोकार्पण करेंगे। हाईटेक अन्न क्षेत्र, धर्मशाला, पार्किंग समेत कई कार्य शामिल हैं। कई अधूरे कामों का भी लोकार्पण किया जाएगा।

महाकाल मंदिर विस्तारीकरण प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण का काम पूरा हो चुका है। इसके बाद दूसरे चरण में काम होना है। दूसरे चरण की शुरुआत के लिए महाकाल मंदिर के पीछे स्थित रुद्रसागर शिखर दर्शन स्थल पर करीब कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। इसमें आतिशबाजी की जाएगी। साथ ही लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे।

सीएम शिवराज सिंह गुरुवार शाम 7 बजे आएंगे। यहां नीलकंठ वन का भी लोकार्पण करेंगे। वे करीब 3.30 घंटे तक मंदिर परिसर में रहकर शयन आरती के बाद भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगे।

बेगमबाग मार्ग का नया नाम नीलकंठ मार्ग

महाकाल लोक परिसर में बेगम बाग वाले मार्ग को अब नीलकंठ मार्ग के नाम से जाना जाएगा। यहां नीलकंठ द्वार, नीलकंठ वन, हॉकर्स जोन, 500 वाहनों की पार्किंग का लोकार्पण किया जाएगा। इसके बाद महाकाल लोक के पार्किंग स्थल के पीछे निर्मित भव्य व आधुनिक मशीनों से सुसज्जित अन्नक्षेत्र का लोकार्पण होगा।

इसी तरह रुद्रसागर आर-22 मार्ग, अनुभूति वन, महाराजवाड़ा के फैसेलिटी बगीचा, तपोवन, ध्यान कुटी, रुद्रसागर शिखर दर्शन, मंदिर परिसर में निर्मित टनल, दर्शनार्थी वेटिंग हाल, आपातकालीन व निर्गम द्वार के साथ ही विकास प्राधिकरण के माध्यम से निर्मित होने वाले यूनिटी माल निर्माण की आधारशीला रखी जाएगी।

शिखर दर्शन छत पर ही होंगे लोकार्पण कार्यक्रम

मुख्यमंत्री महाकाल मंदिर के कोटि तीर्थ कुंड के पीछे पुराने प्रवचन हॉल के स्थान पर बनाई गई शिखर दर्शन छत पर ही कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद दीपक जलाकर आतिशबाजी की जाएगी। स्थानीय लोक कलाकार नृत्य, गायन, वादन की प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए आकर्षक लाइटिंग लगाकर सजावट की जा रही है। वहीं, करीब दो किलोमीटर के मार्ग में भी कलाकार प्रस्तुति देंगे।

दूसरे चरण में 755.82 करोड़ के काम

श्री महाकाल महालोक के दूसरे चरण में 755.82 करोड़ के काम होना हैं। इनमें राशि 317.86 करोड़ स्मार्ट सिटी मिशन, राशि 44.50 करोड़ महाकालेश्वर प्रबंध समिति, राशि 22.50 करोड़ दानदाताओं से वित्त पोषित, राशि 209 करोड़ भारत सरकार से वित्त पोषित, राशि 161.96 करोड़ राज्य सरकार से मिला बजट शामिल हैं।

इन कार्यों का होगा लोकार्पण

  • 22 करोड़- हाईटेक अन्नक्षेत्र राशि
  • 28.08 करोड़- महाराजवाड़ परिसर का उन्नयन व हेरिटेज धर्मशाला
  • 39.87 करोड़- महाराजवाड़ा बेसमेंट पार्किंग व वेंडर क्षेत्र राशि
  • 22.36 करोड़- नीलकंठ वन मार्ग का विकास
  • 6.95 करोड़- नीलकंठ वन का विकास
  • 21.52 करोड़- रुद्र सागर पुनरुद्धार व छोटा रुद्रसागर लेकफ्रंट
  • 16.10 करोड़- मंदिर के दोनों ओर से शिखर दर्शन
  • 6.73 करोड़- आपातकालीन प्रवेश व निर्गम मार्ग
  • 11.09 करोड़ – हरिफाटक मेघदूत वन पार्किंग त्रिवेणी
  • 33.27 करोड़ – चारधाम-हरसिद्धि मार्ग
  • 33 करोड़- मंदिर पहुंचने के लिए चार सुगम मार्ग
  • 15 करोड़- महाकाल मंदिर में भूमिगत प्रतीक्षालय
  • 4.50 करोड़- महाकाल मंदिर के आंतरिक परिसर का विकास

ये काम भी किए जाएंगे

अनुभूति वन, चिंतन वन और ध्यान केंद्र, ओपन एयर थिएटर, पर्यटकों के लिए बैठने की व्यवस्था, छोटा रूद्रसागर वैदिक वाटिका, चार ध्यान कुटी, छायादार विश्राम व्यवस्था, रुद्रसागर शिखर दर्शन परियोजना, अन्न क्षेत्र एवं प्रवचन हॉल को हटाकर वैदिक आधारित लैंडस्केपिंग कर शिखर दर्शन को सुगम बनाया है। इसका क्षेत्रफल 52 हजार वर्ग फीट है। नीचे की ओर पुजारी कक्ष, विशिष्ट अतिथि कक्ष, भोग सामग्री, रसोई कक्ष और मीडिया कक्ष रहेगा। कार्य की लागत 16.10 करोड़ है।

आने वाले समय में पूर्ण होंगे कार्य

रुद्रसागर पर पैदल पुल 25.22 करोड़, रामघाट का सौंदर्यीकरण 20.79 करोड़, पुलिस थाना और पुलिस क्वार्टर का विस्थापन 3.80 करोड़, सीसीटीवी निगरानी और एक्सप्रेस नियंत्रण प्रणाली 7.08 करोड़, हरिफाटक मेघदूत वन पार्किंग 11.09 करोड़, लेजर एवं वॉटर स्क्रीन शो 32.50 करोड़, त्रिवेणी संग्रहालय का विस्तार 9.50 करोड़, महाकाल मंदिर से महाराजवाड़ा परिसर सम्मिलन 20 करोड़, महाकाल मंदिर स्थित स्टेच्यू, प्लांट का संरक्षण 2 करोड़, रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक रोपवे 209 करोड़, अन्य सड़क का विकास 116.96 करोड़, त्रिवेणी संग्रहालय के सामने पार्किंग, भोजन शाला का विस्तार 45 करोड़ की लागत से किया जा रहा है।

महाराजवाड़ा में प्रवचन हॉल के साथ फूड कोर्ट

महाराजवाड़ा परिसर का निर्माण 1941 में महाराज सिंधिया ने किया था। भवन के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए हेरिटेज भवन का निर्माण किया जा रहा है। इसका निर्मित क्षेत्र 47 हजार वर्ग फीट होगा। जिसमें 24 कमरे रहेंगे। महाराजवाड़ा का जीर्णेद्धार और प्रवचन हॉल का निर्माण, फूट कोर्ट और अन्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इसकी लागत 19.91 करोड़ है।

महाराजवाड़ा भाग-2 बेसमेंट पार्किंग व वेंडर जोन

भूतल पर वेंडर जोन यानी 56 कियोस्क के साथ पोडियम बनाएंगे। भूतल पर टॉयलेट ब्लॉक का प्रावधान है। भूतल पर चार पहिया पार्किंग 100 संख्या, 2 पहिया पार्किंग 270 संख्या, आपतकालीन वाहन, ऑटो और ई-रिक्शा 10 संख्या के लिए पार्किंग। बेसमेंट में 4 पहिया पार्किंग 217 संख्या के लिए अलग प्रवेश और निकास रैंप के साथ बेसमेंट बनाएंगे। बेसमेंट में एडमिन ब्लॉक, शौचालय ब्लॉक के साथ ड्राइवर्स लाउंज का प्रावधान। बेसमेंट में ग्राउंड फ्लोर तक सीढियां। कार्य की लागत 39.87 करोड़ है।

रुद्रसागर पैदल पुल का निर्माण

चारधाम मार्ग से मानसरोवर- श्री महाकाल महालोक जाने के लिए रूद्रसागर पर 200 मीटर लंबा और 6 मीटर चौड़ा पैदल पुल बनाएंगे। रूद्रसागर पुल के पोस्ट और फसाड़ श्री महाकाल महालोक की थीम पर आधारित होंगे। पैदल पुल से एक बार में 500 लोग रुद्रसागर के लाइट एंड साउंड शो को देख सकेंगे। पैदल पुल के माध्यम से कनेक्टिविटी में सुधार होगा। दर्शनार्थियों को सीधे मानसरोवर गेट पहुंचाया जा सकेगा। दर्शन के लिए पहुंचने की दूर कम होगी। कार्य की लागत 25.22 करोड़ है।

त्रिवेणी चारधाम हरसिद्धि मार्ग

वाटर ड्रेन सीवरेज, गैस पाइपलाइन, एलटी और एचटी चैंबर, ओएफसी चैंबर सहित स्मार्ट रोड बनाएंगे। रुद्रसागर झील किनारे छत्रियां, पंचत्व की अवधारणा पर मूर्तियां एवं बैठक क्षेत्र रहेगा। ब्रिज लैंडिंग क्षेत्र के पास दुकानें, सार्वजनिक उपयोगिताएं, प्लाजा और किड्स प्ले एरिया। जिससे महाकाल मार्ग के समानांतरण मार्ग पैदल और ई-रिक्शा मार्ग बनाएंगे। रुद्रसागर के पश्चिम में छायादार लेक फ्रंट बनाएंगे। इसकी लागत 33.27 करोड़ आएगी।

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