- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
मौसम पूर्वानुमान:ठिठुराने वाली सर्दी पड़ेगी, अक्टूबर में विदा होगा मानसून
- सितंबर में 10 को एक और सिस्टम बनने से हल्की बारिश के आसार, हवा की दिशा पूर्वी हुई तो बढ़ेगी सर्दी
अच्छी बारिश के बाद इस बार ठिठुराने वाले सर्दी पड़ने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने अक्टूबर में मानसून के विदा होने की बात कही है। इसी तरह 15 नवंबर से ठंड की शुरुआत होने की उम्मीद लगाई जा रही है। मौसम विभाग भोपाल के राडार प्रभारी वेदप्रकाश सिंह के अनुसार बंगाल की खाड़ी में 10 सितंबर से एक नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जिसके असर से मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान के एरिया में एक सप्ताह के अंतराल में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
इस तरह मानसून इस बार भी देर तक सक्रिय रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि मानसून जितना देरी तक एक्टिव रहता है, उतनी ही संभावना रहती है। सर्दी जल्दी आएगी, क्योंकि वातावरण में नमी देर तक रहती है। इससे सुबह-शाम ठंडक रहती है। इसके अलावा विंड पैटर्न भी अक्टूबर में बदलने लगता है। इससे अफगानिस्तान, जम्मू-कश्मीर से ठंडी हवा चलनी शुरू हो जाती है।
हवा के रूख में बदलाव- सितंबर के आखिरी या अक्टूबर के पहले सप्ताह में होता है। मानसून में हवा की दिशा पूर्व से उत्तर-पश्चिम और दक्षिण से उत्तर-पश्चिम की तरफ रहता है, लेकिन ये धीरे-धीरे अक्टूबर में उत्तर से दक्षिण-पश्चिम की ओर बहने लगती है। इससे जम्मू-लद्दाख से ठंडी हवा मध्य व पश्चिमी भारत की तरफ आने लगती है।
अक्टूबर से पश्चिम विक्षोभ सक्रिय- पश्चिम विक्षोभ अक्टूबर से फरवरी तक आते रहते हैं, जिनसे उत्तरी भारत के जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी होती है। इससे भी ठंडक मैदानी इलाकों में आती है। सूर्य की किरणें भी अक्टूबर से धीरे-धीरे दक्षिण दिशा में शिफ्ट होने लगती है।
बादल छाएंगे, दो सप्ताह बाद बारिश की उम्मीद
सर्दी की दस्तक के पहले बादलों की आवाजाही का क्रम जारी रहेगा। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री दर्ज किया गया। आर्द्रता सुबह 74 और शाम को 71 फीसदी रही।
हवा की रफ्तार सुबह 2 और शाम को 4 किलोमीटर प्रति घंटा रही। 1 जून से शुरू हुए वर्षाकाल से अब तक 822 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार सितंबर के दूसरे सप्ताह में हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है।