शहर कोहरे की चादर में

सुबह 7:30 बजे सुबह विजिबिलिटी मात्र 50 मीटर

ऐसा लगा मानसून आ गया, शाम ढलते ही घिरे बादल, गडग़ड़ाहट के साथ बारिश, ओलावृष्टि

उज्जैन।शहर और आसपास के क्षेत्रों में रात बादल खूब बरसे। खूब बिजली चमकी,गडग़ड़ाहट के साथ बरसात के साथ ओलावृष्टि भी हुई। इधर शनिवार को अलसुबह घना कोहरा छाया रहा। हालात यह थे कि चंद कदम दूर भी साफ नजर नहीं आ रहा था।

सुबह 7:30बजे विजिबिलिटी मात्र 50 मीटर तक थी। हालांकि जैसे-जैसे दिन चढ़ा वैसे-वैसे कोहरा कम होने लगा। शहर का मौसम लगातार करवट बदल रहा था।शुक्रवार सुबह शहर के आकाश पर बादल छाए थे लेकिन दोपहर होते-होते धूप खिल गई। रात को तो जैसे झूमता हुआ मानसून ही आ गया। गहरे बादल घिरे,बिजली चमकी और गडग़ड़ाहट के साथ बरसात, ओलावृष्टि होने लगी। शहर के कुछ हिस्सों में तेज बारिश के साथ ओले गिरे। देर रात तक बूंदाबांदी का दौर जारी था।

मावठे के साथ मक्का के बराबर ओले भी गिरे, फसलों को नुकसान

बेमौसम बारिश यानी मावठे के साथ शुक्रवार को मक्का के बराबर ओले भी गिरे। किसानों का कहना शाम को 30 मिनट तेज गति से मावठा गिरा है। इससे लहसुन, प्याज के साथ चना फसल को नुकसान हुआ है। मौसम में बदलाव गुरुवार से ही शुरू हो गया था। शहर के लिए आसपास के ग्रामीण क्षेत्र गंगेडी, ब्रजराजखेड़ी, गोंदिया, कड़छली, बाढ़कुम्मेद, टकवासा, दुदरसी, लेकोड़ा, मालीखेड़ी, जगोटी, बेड़ावन, लसुडिय़ा में 30 मिनट तक बारिश के साथ ओले भी गिरे। इसके अलावा उन्हेल,नागदा,बडऩगर और अन्य तहसीलों में ओलावृष्टि से चना, गेहूं, आलू, प्याज को नुकसान हुआ है। प्रशासन द्वारा नुकसान का आकलन शनिवार को किया जाएगा।

कल भी बारिश की संभावना
मौसम विज्ञानियों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के चलते शनिवार-रविवार को शहर में बारिश की संभावना है। बादलों के छंटने के बाद तापमान में गिरावट आने से ठंड बढ़ेगी। इधर शहर में शुक्रवार को अधिकतम तापमान डिग्री रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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