सड़कों पर भीम सेना का आक्रोश, बंद कराने पहुंचे समर्थकों ने की तोड़फोड़

उज्जैन | एससी-एसटी एक्ट के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में सोमवार को भीमसेना सहित अन्य संगठनों ने भारत बंद का आव्हान किया। उज्जैन में बंद का मिलाजुला असर रहा। दोपहर १ बजे तक बंद समर्थक सड़क पर दिखाई दिए। इसके बाद बाजार की स्थिति सामान्य हो गई।

टॉवर चौक पर हुए एकजुट
बंद समर्थक सुबह ८ बजे से ही टॉवर चौक पर एकजुट होना शुरू हो गए। इसके बाद अलग-अलग समूह में वाहन रैली व जुलूस के रूप में निकल गए। इस दौरान कई स्थानों पर जबरिया दुकान बंद करवाई गई। कई जगह विवाद व तनावपूर्ण स्थिति भी बनी। कुछ दुकानों पर तोड़-फोड़ भी कर दी गई। दोपहर बाद बंद समर्थक कॉसमॉस मॉल बंद कराने पहुंचे। करीब ५० लोगों ने मॉल में जमकर हंगामा मचाया और पीवीआर में घुसने की कोशिश की। लगभग सभी जगह बंद समर्थकों के साथ पुलिस मौजूद रही। पुलिस ने इन बंद समर्थकों पर बल का प्रयोग नहीं किया, लेकिन स्थिति को बिगडऩे भी नहीं दिया। शहर में कोई बड़ी घटना भी सामने नहीं आई।

सुभाष नगर में दुकानों में तोड़-फोड़
बाजार बंद करवाने निकले भीम सेना के कार्यकर्ताओं ने सांवेर रोड स्थित सुभाष नगर क्षेत्र की फर्नीचर व अन्य दुकानों पर तोडफ़ोड़ कर दी। इस दौरान हंगामे की स्थिति बनी। जुलूस के पीछे चल रही पुलिस ने दुकानों को बंद करवा दिया और कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ा दिया। यहां भी कोई बड़ी घटना नहीं घटी। एेसी ही स्थिति फ्रीगंज क्षेत्र में बनी। बंद समर्थकों ने वाहन रैली के साथ पैदल मार्च निकाला। सुबह के समय लगभग सभी दुकाने बंद ही रही। कुछ व्यापारियों ने बंद समर्थकों को देखकर दुकान बंद कर दी। खुली हुई दुकानों को कार्यकर्ताओं ने बंद करवा दिया। फ्रीगंज में कई बार बंद समर्थक और व्यापारियों ने बहस और तनातनी की स्थिति बन गई। बंद समर्थक व्यापारियों को सीधे धमकी देते हुए नजर आए।

पुलिस ने भी दी बंद करने नसीहत
डॉ. अम्बेडकरवादी संयुक्त मोर्चा व अन्य के कार्यकर्ताओं भी बंद के दौरान सक्रिय रहे। मोर्चा की रैली टावर चौक से देवास गेट नई सड़क, कठाल, पाटनी बाजार होते महाकाल मंदिर पहुंची। रैली में चल रहे लोगों ने दुकानों को जबरिया बंद करवाया गया। इस दौरान पुलिस ने भी लोगों को विवाद करने की जगह बंद करने की नसीहत दी। मोर्चा के तरफ से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

यात्रियों को उतारा, दुकानों का सामान फेंका
बंद समर्थकों ने सबसे ज्यादा हंगामा देवास गेट और आगर रोड पर मचाया। रेलवे स्टेशन और अस्पातल परिसर के बाहर संचालित होटलों का सामान उठाकर फेंक दिया। टेबल-कुर्सी के साथ तोडफ़ोड़ कर दी। देवास गेट से से जा रही बस और मैजिक की सवारी को भी उतार दिया। इस दौरान ड्रायवरों से भी विवाद हुआ। स्टेशन क्षेत्र में भी कुछ दुकानदारों के साथ बंद समर्थकों की झड़प हो गई।

सपाक्स पहुंचा बाजार खुलवाने
भारत बंद का विरोध करने सपाक्स संगठन भी सड़क पर उतरा। सपाक्स कार्यकर्ताओं ने गोपाल मंदिर, छत्री चौक पर दुकाने खुलवाई और खरीददारी की। इस क्षेत्र में भी बंद समर्थकों ने जबारिया दुकान बंद करवाई। इसी तरह बंद का विरोध करने के लिए नानाखेड़ा पेट्रोल पंप के पास भी युवा जुटे गए। हालांकि इन लोगों की संख्या काफी कम थी।

यह संगठन रहे सक्रिय
भीम सेना, अजाक्स, डॉ. अम्बेडकरवादी संयुक्त मोर्चा, अजा कांग्रेस, समग्र अनुसूचित जाति संघ, भारतीय बौद्ध महासभा, राष्ट्रीय डॉ. अम्बेड़कर युवा संगठन, बलाई समाज विकास समिति, सत्रह रविदास समाज संगठन, आदर्श वाल्मिकी समाज।

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