- भस्म आरती: ॐ, त्रिपुण्ड और त्रिनेत्र के साथ रुद्राक्ष की माला से किया गया बाबा का श्रृंगार, राजा स्वरूप में दिए भक्तों को दर्शन
- हरिद्वार के तर्ज पर उज्जैन में साधु-संतों के लिए स्थायी आश्रमों का होगा निर्माण, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की बड़ी घोषणा; कहा - धर्मशालाओं के निर्माण पर भी किया जाएगा विचार
- भस्म आरती: भांग, चन्दन, सिंदूर और रजत चंद्र त्रिपुण्ड और त्रिनेत्र अर्पित कर किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- उज्जैन SP की बड़ी कार्रवाई! ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले बुलेट के सायलेंसर पर चला मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बुलडोजर ...
- करवाचौथ व्रत आज: सुहागिन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण पर्व, जानें क्या है पूजा करने का शुभ मुहूर्त
सोमवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल के मस्तक पर त्रिपुण्ड के साथ आभूषण अर्पित कर श्रृंगार
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान सोमवार तड़के 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। इसके पश्चात भगवान महाकाल को जल से स्नान कराया गया। पण्डे पुजारियों ने दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का अभिषेक पूजन किया। भगवान महाकाल ने मस्तक पर त्रिपुण्ड के साथ आभूषण धारण किए। मोगरे के सुगंधित पुष्प अर्पित कर श्रृंगार किया गया।
भस्म आरती के दौरान महाकाल का भांग,सिंदूर और आभूषणों से श्रृंगार किया गया। मस्तक पर तिलक और सिर पर शेषनाग का रजत मुकुट धारण कर रजत की मुंडमाला और रजत जड़ी रुद्राक्ष की माला के साथ साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की गयी।
फल और मिष्ठान का भोग लगाया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी।