स्वच्छता लीग उज्जैन नंबर 1:14 दिन में बाढ़ से दो दिन खराब, फिर भी छह दिन में साफ किया दत्त अखाड़ा क्षेत्र

अब गर्व से कह सकते हैं कि हम स्वच्छ शहर के रहवासी हैं। कारण, तीन दिन में मन को खुश कर देने वाली तीसरी खबर हमें मिली है। अब हम स्वच्छता लीग में भी देश में नंबर वन आए है। इससे पहले स्वच्छ पर्यटन शहर के रूप में हमें पुरस्कार मिला, वहीं इसके बाद स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश के 10 शहरों में शामिल हुए।

बुधवार को इंडियन स्वच्छता लीग के परिणामों की घोषणा की। इसमें उज्जैन को 3 से 10 लाख आबादी वाले शहरों को देश में प्रथम स्थान मिला है। यह लीग 17 सितंबर से 1 अक्टूबर 2022 तक हुई थी। प्रतियोगिता में आइडिया, इनोवेशन और टाइम लिमिट में परिणाम देना भी शामिल था। उज्जैन तीनों ही कैटेगरी में बहुत कुछ कर गुजर गया।

अलग करने की जिद… घाट का सौंदर्यीकरण कर चीता फिर भारत में का चित्रांकन

प्रतियोगिता में इंदौर और भाेपाल के बराबर उज्जैन को रखा गया। अफसरों को चिंता थी कि वहां संसाधन ज्यादा है। स्वच्छ भारत मिशन की टीम ने चैलेंज लिया और जुट गए काम पर। सबसे पहला पड़ाव था करना क्या है… इसका जवाब रिसर्च के बाद आया। दत्त अखाड़े के घाट को बेहतर करना है, क्योंकि यह धार्मिक के साथ ही ऐेतिहासिक भी है। शुरुआत में ही बाढ़ आ गई।

दो दिन बाद 19 से काम शुरू हो पाया। पहले दीवारों को साफ किया और सीढ़ियों से कीचड़ हटाया। सफाई के बाद अवंतिका यूनिवर्सिटी, विक्रम यूनिवर्सिटी और माधव कॉलेज की मदद से डिजाइन बनवाई। उसी अनुरूप काम किया, जिसमें दीवारों पर साधु-संतों की थ्री डी पेंटिंग बनाई, वहीं सीढ़ियों पर मांडना कला के चलचित्र बनाए इसी आधार पर 6 दिन में हमने देश में छाप बना ली।

पर्यटन में नंबर वन, अब स्वच्छता रैंकिंग में भी हम

हाल ही में पर्यटन क्षेत्र में भी हम नंबर वन आए। महापौर मुकेश टटवाल को दिल्ली में सम्मानित किया गया। अब स्वच्छता रैंकिंग में प्रदेश के टॉप 10 शहरों में चुन लिया गया है। 1 अक्टूबर को रैंकिंग मिलेगी।

यह हमारे लिए गर्व की बात

हमें सप्ताह भर में स्वच्छता के क्षेत्र में तीसरा अवाॅर्ड मिला है, यह हमारे लिए गर्व की बात है। स्वच्छता के क्षेत्र में पिछली बार पांचवीं रैंकिंग थी, इसमें भी सुधार होगा। शहर मजबूत कामों की ओर हम बढ़ रहा है। आधुनिक मशीनों से सफाई हो रही है।
मुकेश टटवाल, महापौर, उज्जैन

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