स्वच्छता सर्वे में उज्जैन को थ्री स्टार रैंकिंग

स्वच्छता सर्वे के कचरा मुक्त शहरों में शामिल

अवार्ड समारोह के लिए दिल्ली गए निगम आयुक्त, नागदा को भी मिली रैंकिंग

उज्जैन। स्वच्छता सर्वे में उज्जैन को गार्बेज फ्री सिटी (कचरा मुक्त शहर) की श्रेणी में शामिल किया गया है। इसके लिए उज्जैन शहर को थ्री स्टार रैंकिंग मिली है। हालांकि अधिकारिक तौर पर स्टार रैंकिंग की पुष्टि नहीं की गई है। जिले की नागदा तहसील को भी स्वच्छता सर्वे का एक अवार्ड मिलने की सूचना है।

स्वच्छता सर्वे 2021 में उज्जैन को गार्बेज फ्री सिटी के रूप में उज्जैन को थ्री स्टार रैंकिंग मिली है। अवार्ड के सिलसिले में राजधानी नई दिल्ली में मौजूद नगर निगम उज्जैन के आयुक्त अंशुल गुप्ता के अनुसार नगर निगम द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण में दो अलग-अलग केटेगरी फाइव स्टार रेटिंग और गार्बेज फ्री सिटी के लिए दावा किया था। उज्जैन को कौन सा अवार्ड और स्टार रैंकिंग मिली है यह अभी कंफर्म नहीं है। वैसे शहर को एक अवार्ड और श्रेष्ठ रैंकिंग मिलने की उम्मीद है। दिल्ली में दोपहर को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री अवार्ड देंगे। इधर खबर है कि नगर निगम उज्जैन को गार्बेज फ्री सिटी और थ्री स्टार रैंकिंग मिली है। जिले की नागदा तहसील को भी नगर पालिका स्तर पर गार्बेज फ्री सिटी में रैंकिंग मिली है।

फाइव स्टार के लिए क्लेम, रेटिंग के लिए इंदौर, भोपाल, देवास सहित 25 शहरों ने भी किया था दावा

स्टार रेटिंग फॉर गार्बेज फ्री सिटी के लिए नगर निगम ने काफी काम किया है। इसके चलते नगर निगम ने फाइव स्टार रेटिंग के लिए क्लेम किया है। इंदिरा प्रियदर्शिनी पार्क को 3-आर पार्क के रूप में तैयार किया गया है। लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए शहर के पार्कों में 3डी वॉल पेंटिंग कराई गई है। स्वच्छ भारत मिशन-2021 के तहत स्टार रेटिंग फॉर गार्बेज फ्री सिटी के लिए केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की टीम ने मार्च में सर्वे किया था। फाइव स्टार रेटिंग पाने के लिए डोर-टू-डोर टीम भेजकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। हालांकि सर्वे के दौरान निगम अफसरों का दावा था कि उज्जैन को फाइव स्टार रेटिंग और गार्बेज फ्री सिटी का खिताब जरूर मिलेगा। स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रदेश शहरों की श्रेणी में इंदौर-भोपाल समेत उज्जैन, देवास, होशंगाबाद और बड़वाहा को नामांकित किया गया था। स्टार रेटिंग में इंदौर, भोपाल, उज्जैन, देवास, होशंगाबाद, ग्वालियर, सिंगरौली, मूंदी, बुरहानपुर, राजगढ़ और धार समेत 25 शहरों ने दावा किया था।

12 बिंदुओं पर तैयार रिपोर्ट के स्टार रेटिंग

नगर निगम उज्जैन के अधिकारियों के अनुसार शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों की टीम 12 बिंदुओं के आधार पर सर्वे किया था। इनमें सूखे और गीले कूड़े की वार्ड और शहर स्तर पर छंटाई,पब्लिक, कमर्शियल और रेसिडेंसियल एरिया में सफाई का तरीका, वेस्ट स्टोरेज बिन, यूजर फीस, पेनल्टी, कूड़ा कलेक्शन का यूजर चार्ज, कूड़ा फेंकने पर फाइन की स्थिति, सूखे कूड़े को अलग करने के लिए मटीरियल कलेक्शन सेंटर, वैज्ञानिक तरीके से कचरों का निष्पादन,लोगों के खुद ही कूड़े को कंपोस्ट में बदलने की स्थिति, कूड़ा घर, नाले, तालाब की स्थिति,सिटी ब्यूटिफिकेशन (शहर का सौंदर्यीकरण) और गीले कचरे का साइट पर ही एक्टिविटी शामिल थी।

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