11 अर्थियां एक साथ, दादा की गोद में मासूम का शव देख नहीं रुके आंसू

भीषण हादसा : महेशनगर और तिलकेश्वर कॉलोनी में शोक की लहर

सीएम ने की मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा

परिवारजनों के साथ मारुति वैन में सवार होकर बिरलाग्राम नागदा में रहने वाले रिश्तेदार की पुत्री की शादी से लौट रहे भाजपा मंडल महामंत्री की कार को सामने से आ रही टाटा हैग्जा कार के चालक ने उन्हेल रोड रामगढ़ फंटे के मोड़ पर रात 11.30 बजे जोरदार टक्कर मार दी।

दुर्घटना इतनी भीषण थी कि मारुति वैन में सवार 2 वर्षीय बालिका सहित सभी 12 लोगों की मौके पर मृत्यु हो गई। जबकि टाटा हैग्जा कार चालक का ड्रायवर घायल हुआ जिसे उपचार के लिये इंदौर रैफर किया है।

सुबह 2 वर्षीय मासूम के साथ परिवार के 12 लोगों के शवों का पोस्टमार्टम हुआ। परिजनों की सहमति से पोस्टमार्टम रूम के बाहर 12 अर्थियां तैयार हुईं जिन्हें 4 शव वाहनों में रखकर ले जाया गया। अस्पताल में एक साथ 12 अर्थियां देखकर लोग सिहर उठे, जबकि हृदय विदारक घटना के बाद परिजनों के बहते आंसुओं के बीच नेता और अधिकारी उन्हें ढांढस बंधाने अस्पताल में पूरे समय मौजूद रहे।

मृतकों के परिजनों को शासन द्वारा 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। अधिकांश मृतक तिलकेश्वर कॉलोनी के रहने वाले थे और हादसे के बाद से कॉलोनी में शोक की लहर व्याप्त हो गई।

शादी में जाने से पहले शुभम ने घर पर ली थी यह सेल्फी…

मेरा तो परिवार ही उजड़ गया…
दुर्घटना में अर्जुन कायत के पूरे परिवार की मृत्यु हो गई। उनके बड़े भाई गौरीशंकर कायत पीएम रूम के बाहर बैठे थे जैसे ही विधायक पारस जैन उन्हें ढांढस बंधाने पहुंचे तो गौरीशंकर के आंसू झलक आए। उनका कहना था कि मेरा तो पूरा परिवार ही उजड़ गया।

गौरीशंकर कायत ने कहा कि उन्हेल मार्ग रामगढ़ फंटे पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं जिनमें लोगों की जानें गई हैं। उस मार्ग को अविलंब चौड़ा किया जाये ताकि भविष्य में किसी का परिवार न उजड़े।

अब गोद में नहीं खेलेगी दादा की मासूम परी

कभी अपने दादा की गोद में खेलती दो वर्षीय मासूम सिद्धी अब अपने दादा की गोद में आखिरी बार चिर मौन में थी। दादा अपनी मासूम परि का शव को गोद में लिये स्तब्ध हो गये। उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे, हादसे में उन्होंने बहू को भी खो दिया था।

संभागायुक्त व कलेक्टर जाचेंगे घटनास्थल

सुबह करीब 10.30 बजे पीएम के बाद पीएम रूम के बाहर ही 11 अर्थियां परिजनों ने तैयार की। एक दो वर्षीय मासूम का शव परिजनों की गोद में था। मृतकों के परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। इस दौरान संभागायुक्त अजीत बौरासी, कलेक्टर शशांक मिश्रा, एडीएम डाबर मौके पर पहुंचे।

यहां गमगीन गौरीशंकर कायत को ढांढस बंधाया और शासन द्वारा मृतकों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत होने व घायलों को उपचार की बात कही, साथ ही कहा कि घटना स्थल का मुआयना करने जा रहे हैं। रामगढ़ फंटे पर किसी प्रकार के सुधार की आवश्यकता है तो उसे तुरंत दुरुस्त किया जाएगा ताकि आगे से दुर्घटनाएं न हों।

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