24 कॉलोनियों की प्रॉपर्टी नहीं हो पा रही थी फ्री होल्ड, भास्कर ने प्रमुख सचिव से सवाल पूछा तो यूडीए ने तत्काल ले लिया निर्णय

यूडीए की 24 आवासीय योजनाओं में 10 हजार से ज्यादा प्रॉपर्टी के फ्री होल्ड प्राधिकरण ने लंबे समय से रोक रखे थे। दैनिक भास्कर ने जब नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे से शुक्रवार को दोपहर 1 बजे इस बारे में फोन पर सवाल किया कि जब सभी प्राधिकरण फ्री होल्ड कर रहे हैं तो उज्जैन विकास प्राधिकरण क्यों नहीं? उनका जवाब था नियम स्पष्ट हैं, फ्री होल्ड करने में कोई दिक्कत नहीं होना चाहिए। दोपहर 1.51 बजे भास्कर ने यूडीए के सीईओ सोजानसिंह रावत से इस बारे में चर्चा की। इसके बाद ताबड़तोड़ बैठक कर सभी शाखाओं के प्रभारियों को निर्देश दिए कि तत्काल प्रभाव से प्रॉपर्टी फ्री होल्ड करें। गौरतलब है कि यूडीए में वर्तमान में फ्री होल्ड के 440 आवेदन लंबित हैं। इन पर लंबे समय से निर्णय नहीं लिया जा रहा था।

ऐसे उलझा रखे थे फ्री होल्ड

यूडीए की संपदा शाखा ने मार्च 2019 में योजना शाखा को पत्र लिखकर पूछा था कि सरकारी व निजी जमीन कौन सी? पांच माह बीत जाने के बाद भी योजना शाखा ने जवाब तक नहीं दिया। इंजीनियर महेश गुप्ता का तर्क है कि जमीन के खसरे के नक्शे बनेंगे। निजी कंसलटेंट से यह कार्य करवाया जाना है, इसके लिए टेंडर होगा, जो कि प्रक्रिया के तहत होगा और उसमें वक्त भी लग सकता है। दूसरा सच यह है कि प्राधिकरण को हर साल लीज के ढाई करोड़ रुपए तथा अंतरण शुल्क के तीन करोड़ रुपए मिलते हैं। यूडीए को लीज पर 0.1 प्रतिशत व अंतरण पर 0.5 प्रतिशत शुल्क मिलता है। यूडीए को कमाई हो रही है, इसलिए वह फ्री होल्ड को टाल रहा है। केवल आवेदन लेकर प्रक्रिया भर की जा रही है लेकिन लोग चाहते हैं कि उनकी प्रॉपर्टी को यूडीए फ्री होल्ड करें।

ये तीन मामले…जिसमें लाेगाें की फजीहत को यूडीए ने नजरअंदाज कर दिया

मोबाइल नंबर लिखवाकर कहा- फोन लगा देंगे

1 रजनी पति विवेक गुप्ता ने महाश्वेतानगर में मकान बनाया है। उन्होंने मकान नंबर 179 को फ्री-होल्ड के लिए यूडीए में 11 जुलाई को आवेदन किया। यूडीए कर्मचारियों ने कहा प्रक्रिया चल रही है, कब तक हो पाएगा, बता नहीं सकते। आप मोबाइल नंबर आवेदन फार्म पर लिख दें, जब भी फ्री होल्ड किया जाएगा, मोबाइल लगा देंगे।

आवेदन जमा किया, अब फ्री होल्ड का इंतजार

2 मनोहर पिता पुरुषोत्तम झाला ने यूडीए की आवासीय योजना महानंदा नगर योजना में मकान बनाया है। उन्हें यूडीए में फ्री होल्ड की प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी मिली तो मकान नंबर बी-19/16 के लिए आवेदन जमा किया। उन्हें भी कहा गया कि अभी प्रकिया चल रही है, जैसे ही फ्री होना शुरू होगा आपको बता देंगे।

दो बार आवेदन दिए फिर भी मामला पेंडिंग

3 हरीश जवाहर दांगी ने वर्ष 2012 में वसंत विहार कॉॅलोनी में यूडीए से प्लॉट खरीदकर मकान बनाया था। उन्होंने मकान नंबर डी 19/17 को फ्री-होल्ड करवाने के लिए यूडीए में चार साल में दो बार आवेदन किया। पहला आवेदन यूडीए में तत्कालीन सीईओ अभिषेक दुबे के समय दिया था इस बार भी आवेदन किया है।

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