- सख्त कार्रवाई से चर्चा में आई बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल, रिश्वत लेने वाले क्लर्क को बनाया चपरासी; पूरे देश में छाई चर्चा
- तेज रफ्तार बस ने दो युवकों को रौंदा, मौके पर हुई मौत; जबलपुर में मेला घूमकर लौटते वक्त हुई दुखद घटना
- धार्मिक शहरों में शराबबंदी! BJP की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने CM यादव के फैसले का किया स्वागत, कहा - अभूतपूर्व निर्णय पर मोहन यादव जी का अभिनंदन।
- Simhastha 2028 की तैयारी: उज्जैन में कालभैरव मंदिर के पास बनने वाली नई मल्टी लेवल पार्किंग, श्रद्धालुओं को मिलेगा आराम ...
- भस्म आरती: श्री महाकालेश्वर भगवान का भांग, चंदन और सिंदूर से किया गया दिव्य श्रृंगार!
3 नवंबर को सर्वार्थसिद्धि योग में राशि परिवर्तन करेंगे शुक्र, 4 को रवि योग में मार्गी होंगे शनि
उज्जैन। पंचांगीय गणना के अनुसार दीपावली से पहले दो महत्वपूर्ण ग्रहों के गोचर में परिवर्तन होने जा रहा है। शुक्रवार के दिन सर्वार्थसिद्धि योग में सुबह 7 बजे शुक्र सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। वहीं शनिवार के दिन नवंबर माह से वक्री चल रहे शनि मार्गीय होंगे। ग्रहों का यह परिवर्तन सामाजिक, राजनीतिक परिवर्तन के साथ विभिन्न राशि के जातकों की किस्मत के द्वार खोलेगा।
ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला के अनुसार नवग्रह में सुख, समृद्धि, वैभव, ऐश्वर्य का कारक ग्रह शुक्र सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश करेगा। हालांकि, कन्या राशि का अधिपति बुध है और कन्या राशि में शुक्र निम्न अवस्था पर होते हैं। फिर भी दृष्टिसंबंधों के आधार पर देखें तो सातवीं दृष्टि उच्च की होती है जो मीन राशि को देखती है। इस दृष्टिकोण से शुक्र का राशि परिवर्तन केंद्र योग बनाएगा। साथ में व्यापार जगत में भारी परिवर्तन के साथ आर्थिक प्रगति के योग बनेंगे। उद्योग जगत में नए-नए परिवर्तन या नवाचार आदि दिखाई देगा, जो आमजन के लिए अनुकूल रहेगा।
शुक्र का केतु के साथ युति संबंध
शुक्र का कन्या राशि में केतु के साथ युति संबंध रहेगा। ज्ञातव्य है कि राहु-केतु ने 30 अक्टूबर को राशि परिवर्तन किया, जिसके अंतर्गत राहु मीन राशि में तथा केतु कन्या राशि में गोचर कर रहे हैं। अब कन्या राशि के केतु के साथ ही शुक्र का भी गोचर रहेगा। इस दृष्टि से शुक्र केतु की युति बनेगी यही युति अच्छी है, फिर भी खानपान पर ध्यान देने की आवश्यकता रहेगी।