- श्री महाकालेश्वर मंदिर में एंट्री का हाईटेक सिस्टम हुआ लागू, RFID बैंड बांधकर ही श्रद्धालुओं को भस्म आरती में मिलेगा प्रवेश
- कार्तिक पूर्णिमा आज: उज्जैन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, माँ क्षिप्रा में स्नान के साथ करते हैं सिद्धवट पर पिंडदान
- भस्म आरती: भांग, चन्दन और मोतियों से बने त्रिपुण्ड और त्रिनेत्र अर्पित करके किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- Ujjain: बैकुंठ चतुर्दशी आज, गोपाल मंदिर पर होगा अद्भुत हरि-हर मिलन; भगवान विष्णु को जगत का भार सौंपेंगे बाबा महाकाल
- भस्म आरती: रजत सर्प, चंद्र के साथ भांग और आभूषण से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार, श्रद्धालुओं ने लिया भगवान का आशीर्वाद
7 दिन की मासूम को बालिका गृह के बाहर पालने में छोड़ गई मां
उज्जैन:किसी महिला के जीवन में कोई न कोई गंभीर कारण ही रहता होगा जो 9 माह तक शिशु को अपने शरीर में स्थान देने के बाद लावारिस हालत में छोड़कर चली जाये। ऐसी माताओं के लिये शासन स्तर पर पालना गृह बनाये गये हैं। सुबह लालपुर स्थित पालना गृह के पालने में एक मां अपनी नवजात बेटी को छोड़कर चली गई। पुलिस द्वारा मामले में जांच श्ुारू की गई है जबकि चाईल्ड हेल्पलाइन द्वारा बच्ची को चरक अस्पताल पहुंचाकर उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया।
पेट पर लगी अस्पताल की सील
सरकारी अस्पताल में जन्म लेने वाले शिशु के शरीर पर सील लगाई जाती है। जो नवजात बालिका पालने में मिली उसके शरीर पर नये कपड़े थे जिन्हें हटाकर केयर टेकर ने जांच की तो उसके पेट पर सरकारी अस्पताल की सील लगी थी जिससे स्पष्ट हुआ कि किसी महिला ने सरकारी अस्पताल में ही बालिका को जन्म दिया होगा।
डॉक्टर ने स्वस्थ बताया
शासकीय बाल गृह से नवजात बालिका को पुलिस के डायल 100 वाहन से चरक अस्पताल लाया गया। यहां मौजूद डॉक्टर ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया और उसे पूरी तरह स्वस्थ घोषित किया।
परिजनों की जानकारी जुटाना पुलिस का काम
सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष लोकेन्द्र शर्मा ने बताया कि पालना गृह के बाहर पालने में नवजात बालिका को छोड़कर कोई भी महिला गई हो उसकी या परिजनों की जांच करना पुलिस का काम है। हम लोग बालिका के स्वास्थ्य और आगे की शासकीय नियमानुसार कार्रवाई करते हुए कार्य करेंगे। नियमानुसार बालिका को छोड़कर जाने वालों की पहचान को गोपनीय रखा जाता है।