विधायक डाॅ.यादव ने कहा- बैनर ग्रामीण कार्यकर्ताअाें ने बनवाया था, इसलिए उन्हाेंने फाेटाे नहीं लगाया

भाजपा द्वारा निकाली जा रही गांधी संकल्प यात्रा में शुक्रवार को राजनीतिक ड्रामा हुअा। यात्रा उज्जैन दक्षिण विधानसभा में निकल रही थी। नानाखेड़ा के शुभारंभ स्थल पर एक बैनर में महापाैर मीना जाेनवाल काे उनका फाेटाे नहीं दिखा ताे वे नाराज हाेकर लाैट गईं। हालांकि उन्हाेंने तर्क दिया कि कुछ लाेगाें काे मिलने का समय दे रखा था इसलिए चली आई, नाराजगी जैसी बात नहीं।

इधर यात्रा का नेतृत्व कर रहे विधायक डाॅ. माेहन यादव ने स्पष्ट किया कि जिस बैनर काे लेकर चर्चा हाे रही हैं, दरअसल वह ग्रामीण के कार्यकर्ताअाें ने अपनी गाड़ी पर लगा रखा था। चूंकि उनके यहां नगर निगम का काेई काम नहीं ताे उन्हाेंने महापाैर व यहां तक की पारस जैन का फाेटाे भी नहीं लगवाया।

बैनर में महापाैर काे अपना फाेटाे नहीं दिखा ताे कार्यक्रम छाेड़कर चली गईं, बोलीं- नाराजगी नहीं, कुछ लाेगाें काे मिलने का समय दे रखा था
इस बैनर में अपना फाेटाे नहीं दिखने पर नाराज हाेकर चली गईं महापाैर। बाद में इस बैनर के साथ यात्रा निकाली गई, इसमें महापाैर का फाेटाे था।

बाद में नया बैनर सामने अाया, जिसका पूरी यात्रा में उपयाेग किया
इधर यात्रा में बाद में एक नया बैनर सामने अाया। जिसे पूरी यात्रा में उपयाेग किया जाता रहा। इसमें महापाैर का फाेटाे था। यात्रा विभिन्न क्षेत्राें से हाेते हुए यूडीए पहुंची। यहां संभागायुक्त के नाम ज्ञापन सीर्इअाे एसएस रावत काे साैंपा। यहां डाॅ. यादव ने सीर्इअाे काे कहा कि वर्ष 2004 में यूडीए न सिर्फ स्टेडियम निर्माण का प्रस्ताव पारित किया था, बल्कि भूमि अधिग्रहण कर बाउंड्रीवाॅल का निर्माण भी करवाया था। परंतु अब देखने में अा रहा हैं कि स्टेडिमय पर असामाजिक और आपराधिक प्रवृत्ति के लाेगाें ने डेरा डाल रखा है। उन्हाेंने ज्ञापन के जरिए स्टेडियम का निर्माण व सुरक्षा व्यवस्था की मांग की। ये भी सुझाव दिया यदि यूडीए एेसा नहीं कर पाता हैं ताे वे इसे प्रदेश सरकार काे साैंपे या फिर केंद्र सरकार से मदद लें। यात्रा में पारस जैन, नगराध्यक्ष विवेक जाेशी, अनिल जैन कालूहेड़ा, डॉ. प्रभुलाल जाटवा, अशोक प्रजापत, राजेंद्र झालानी माैजूद थे। संचालन सुरेश गिरी ने किया।

नगराध्यक्ष बोले- गलतफहमी के चलते हुआ पूरा घटनाक्रम
इधर नगराध्यक्ष विवेक जोशी ने कहा गांधी संकल्प यात्रा कार्यक्रम में नाराजगी जैसी कोई बात नहीं हुई। वह बैनर ग्रामीण का था। इसलिए महापौर का फोटो नहीं लगा होगा। कुछ गलत फहमी के चलते यह पूरा घटनाक्रम हुअा।

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