- महाकालेश्वर मंदिर में अब भक्तों को मिलेंगे HD दर्शन, SBI ने दान में दी 2 LED स्क्रीन
- उज्जैन में कला और संस्कृति को मिलेगा नया मंच, 1989.51 लाख रुपये में बनेगा प्रदेश का पहला 1000 सीट वाला ऑडिटोरियम!
- भस्म आरती: रजत के आभूषणों से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- प्रयागराज महाकुंभ के लिए न्योता देने महाकाल नगरी पहुंचे नेपाली बाबा, मायापति हनुमान मंदिर में विश्राम कर भक्तों से की चर्चा
- Simhastha 2028: घने कोहरे में उज्जैन कलेक्टर ने घाटों का किया निरीक्षण; त्रिवेणी घाट से नाव में बैठकर 29 किमी तक देखी स्थिति, दिए निर्देश
उज्जैन:9 माह के बच्चे की मौत के बाद से डिप्रेशन में थी महिला
पिता ने कहा … सनशाइन टावर में पहुंचकर फांसी क्यों लगाई इसकी जानकारी नहीं
उज्जैन।सोमवार सुबह नीलगंगा पुलिस ने सनशाइन टावर की तीसरी मंजिल पर एक महिला की फांसी पर लटकी लाश बरामद की थी। पुलिस ने उसकी शिनाख्ती के प्रयास शुरू किये वहीं दूसरी तरफ चिमनगंज थाने में मोहन नगर निवासी वृद्ध अपनी पुत्री की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने पहुंचे तो उन्हें फांसी लगाने वाली महिला की फोटो दिखाई गई जिसकी शिनाख्त उन्होंने अपनी पुत्री के रूप में की।पुलिस द्वारा मृतिका के पिता के बयान लेकर शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। सनशाइन टावर की तीसरी मंजिल पर फांसी पर लटकी महिला की लाश की शिनाख्त उसके पिता सीताराम वर्मा निवासी मोहन नगर ने अपनी पुत्री सोनू पति जगदीश महावर 22 वर्ष के रूप में की। सीताराम वर्मा पंचायत सचिव के पद से रिटायर्ड हैं।
उन्होंने बताया कि सोनू ने सनशाइन टावर के सामने स्थित कॉलेज से बीबीए की पढ़ाई की थी। 16 वर्ष की उम्र में गंभीर बीमारी होने के बाद से वह डिप्रेशन में रहती थी। मानसिक चिकित्सक का वर्ष 2019 तक उपचार चला। स्वस्थ होने पर फरवरी 2019 में उसका विवाह जगदीश महावर से किया जिसके बाद उसके यहां एक बच्चा हुआ लेकिन उस बच्चे की 9 माह की उम्र में मृत्यु हो गई इस कारण सोनू फिर से डिप्रेशन में रहने लगी। इस कारण उसे 9 अक्टूबर को कोटा स्थित ससुराल से मायके ले आये थे। सोमवार सुबह सोनू घर से निकली। काफी देर तक वापस नहीं लौटी तो आसपास व रिश्तेदारोंके यहां तलाश शुरू की। दोपहर दो बजे तक उसका सुराग नहीं मिला तो चिमनगंज थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई। शाम को थाने से फोन आया और पुलिस ने फोटो दिखाकर शव की शिनाख्त कराई। सीताराम वर्मा के अनुसार सोनू सनशाइन टावर कैसे पहुंची और उसने आत्महत्या के लिये वह स्थान क्यों चुना इसकी जानकारी नहीं है।