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शुजालपुर के वृद्ध का दावा:टीका लगवाने के बाद हाथ से चिपकने लगे सिक्के
महाराष्ट्र के नासिक एवं राजस्थान में कोटा के बाद अब मध्यप्रदेश के शुजालपुर में भी एक वृद्ध के शरीर पर वैक्सीनेशन के बाद सिक्के, कैंची, सुई चिपकने का मामला सामने आया है। यह ठीक वैसा है, जैसे किसी चुंबक से लोहा चिपक जाता है।
चिकित्सक ने स्टील के चम्मच चिपकने को पसीने का असर बताते हुए इसे चुम्बकत्व मानने से इंकार कर वैक्सीन को पूरी तरह सुरक्षित बताया। फ्रीगंज की शुजालपुर मंडी में सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर के सामने रहने वाले 60 वर्षीय रमेशचंद्र नागर ने बताया उन्हें 25 अप्रैल को वैक्सीन का दूसरा डोज लगा है।
टीवी पर वैक्सीन लगवाने के बाद सिक्के चिपकने की खबर देखने के बाद उन्होंने भी खुद के शरीर पर सिक्के, चाबी, कैंची, चम्मच लगाया तो शरीर पर आगे व पीछे दोनों तरफ चिपकने लग गए। पुत्र भूपेंद्र ने बताया चम्मच व सिक्के वापस हटाने के दौरान भी शरीर से खिंचाव आभास होता है।
बच्चों द्वारा शरीर पर सिक्के, चम्मच सहित लोहे की छोटी चीजे चिपकाने की कोशिश को पसीने का चिपचिपापन होने से शरीर पर संभावित मान रमेशचंद्र नागर ने कपड़े से पसीना साफ करके दोबारा प्रयास किया तो भी वही नजारा नजर आया, हालांकि शरीर पर हल्का सामान जैसे सिक्के, हेयर क्लिप, पैन ड्राइव, चम्मच ही चिपकते प्रतीत होकर इनके शरीर पर ठहर रहे है। भारी सामान नहीं चिपकता।
एक्सपर्ट व्यू: वैक्यूम या पसीना है वजह, वैक्सीन कनेक्शन नहीं
वैज्ञानिक तथ्य आधारित ऐसा क्यों होता है? पुस्तक के लेखक व राष्ट्रीय सूचना संचार तकनीकी अवार्ड विजेता विज्ञान शिक्षक ओमप्रकाश पाटीदार ने बताया इस प्रतिक्रिया का वैक्सीन से कोई लेना देना नहीं है। मानव त्वचा खुरदरी होती है, जब सिक्का या चम्मच त्वचा पर दबाते हैं, तो त्वचा व सिक्के के बीच की हवा निकलने से वैक्यूम याने निर्वास उत्पन्न होने से यह चिपकता है।
पसीना भी इसमें सहयोगी होता है। रबर पर रखा टी-टेबल का ग्लास, बच्चों की खिलौने वाली बंदूक से निकल दीवार पर चिपकने वाली रबर इसका ही उदाहरण है। टेलकम पाउडर लगाने के बाद शरीर पर ऐसा नहीं होगा। पाटीदार वैक्सीन का एक डोज लकवा चुके हैं, उन्होंने बताया इस प्रतिक्रिया का वैक्सीन से कोई लेना देना नहीं।
चिकित्सक बोले: चुम्बकत्व में कभी स्टील नहीं चिपकता
इस संबंध में सिटी सिविल अस्पताल इंचार्ज डॉ. राजेश तिवारी ने वैक्सीन के असर से शरीर पर सिक्के चिपकने की बात का खंडन किया। उन्होंने कहा कि चुम्बकत्व में स्टील नहीं चिपकता। वैक्सीन सुरक्षित है, लोगों को ऐसे भ्रम से दूर रहकर खुद को सुरक्षित रखने वैक्सीन जरूर लगवाना चाहिए।
पसीने या अन्य कारण से ऐसा हो गया है, जो एक सामान्य प्रक्रिया है। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और वैक्सीन लगाने से ऐसा नहीं होता है। रमेशचंद्र नागर ने भास्कर से कहा उनके ऊपर बच्चों ने प्रयोग किया और सिक्के व अन्य सामान भले चिपक रहा हो, लेकिन उन्हें कोई भय नहीं है। इन्होंने कहा कि वैक्सीन पर पूरा भरोसा है और टीका पूरी तरह सुरक्षित है, बिना भ्रम में आए लोगों को वैक्सीन लगवाना चाहिए।